By अंकित सिंह | Aug 10, 2023
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "जब धृतराष्ट्र अंधे थे, तब द्रौपदी का वस्त्र हरण हुआ था, आज भी राजा अंधे बैठे हैं...मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं है।" अधीर रंजन चौधरी के इस बयान पर हंगामा शुरू हो गई। भाजपा नेताओं ने उनसे माफी की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है, "...प्रधानमंत्री एक उच्च अधिकारी हैं। इसे समाप्त किया जाना चाहिए और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "100 बार भी पीएम बनें, तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी" क्योंकि विपक्ष का ध्यान लोगों के कल्याण पर अधिक है।
कांग्रेस नेता ने साफ तौर पर कहा कि हम बस यही चाहते थे कि हमारे पीएम मोदी संसद में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बोलें। हमें नहीं पता कि वह इस मुद्दे पर न बोलने पर क्यों अड़े हुए थे। अधीर रंजन ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव की ताकत आज प्रधानमंत्री को संसद में ले आई है। उन्होंने कहा कि हममें से कोई भी इस अविश्वास प्रस्ताव के बारे में नहीं सोच रहा था। हम तो यही मांग कर रहे थे कि पीएम मोदी संसद में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बोलें। हम किसी बीजेपी सदस्य को संसद में आने की मांग नहीं कर रहे थे, हम सिर्फ अपने पीएम को आने की मांग कर रहे थे। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगोड़े आर्थिक अपराधी नीरव मोदी और धृतराष्ट्र से किए जाने के बाद कई भाजपा सांसदों ने लोकसभा में विरोध प्रदर्शन किया।
भारी विरोध के बाद अध्यक्ष ने चौधरी की टिप्पणी को सदन से हटा दिया। चौधरी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा, "Quit India होना ही चाहिए - सांप्रदायिकरण Quit India, ध्रुवीकरण Quit India, भगवाकरण Quit India।"