By अनुराग गुप्ता | Jun 20, 2022
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ ग्रैंड ओल्ड पार्टी ने सोमवार को जंतर-मंतर में प्रदर्शन किया। इसके बाद कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने के लिए संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक का विरोध मार्च निकाला। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, मुकुल वासनिक समेत कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि हम अग्निपथ भर्ती योजना और सांसदों के खिलाफ पुलिस के अत्याचार के मुद्दों पर एक ज्ञापन सौंपने के लिए राष्ट्रपति से मिलने जा रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने ट्वीट किया कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल भाजपा की तानाशाही और बदले की कार्रवाई के विरुद्ध और युवा विरोधी अग्निपथ योजना के विरुद्ध महामहिम राष्ट्रपति जी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने के लिए जाते हुए। भाजपा की तानाशाही व तानाशाही फरमानों के विरुद्ध कांग्रेस का संघर्ष जारी है...
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उनके सामने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पार्टी के कुछ सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस के कथित दुर्व्यवहार तथा अग्निपथ योजना का मुद्दा उठाया।
राजनीति कर रहे हैं मोदी और शाह
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के सत्याग्रह में भाग लेते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता गांधी जी के विचारों के आधार पर सत्याग्रह कर रहे हैं। कहीं आपने पथराव देखा? कहीं आगजनी देखी ?