By अंकित सिंह | Oct 03, 2024
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली में लगभग 5,600 करोड़ रुपये की नशीली दवाओं की जब्ती को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और एक आरोपी का सबसे पुरानी पार्टी से संबंध होने का आरोप लगाया। त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली में 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद हुई है। ये मात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पूरे भारत में संप्रग के शासनकाल में 2006-13 के बीच मात्र 768 करोड़ रुपये के ड्रग्स की बरामदी हुई थी। ये वो दौर था, जब मुंबई से लेकर पंजाब ड्रग्स की गिरफ्त में था। जबकि 2014-22 तक भाजपा सरकार के दौरान 22 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई है।
सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि इसका जो मुख्य आरोपी है, जिसका नाम तुषार गोयल है, वो 'इंडियन यूथ कांग्रेस' के RTI सेल का चीफ है। यानी ये बात साफ हो रही है कि राहुल गांधी के मोहब्बत की दुकान में अभी तक नफरत का सामान तो दिख रहा था, लेकिन अब नशे का सामान भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अब हमारा मानना है कि पूरे देश और हरियाणा के लोगों को ये जानने का अधिकार है कि कांग्रेस का बरामद हुई ड्रग्स और आरोपी के साथ क्या कनेक्शन है। यदि दीपेंद्र हुड्डा जी के साथ आरोपी का फोटो है और यूथ कांग्रेस का नियुक्ति पत्र है, जिसमें राहुल जी और सोनिया जी का जिक्र है।
भाजपा नेता ने दावा किया कि देश में भ्रम पैदा करने के लिए अनेक अंतरराष्ट्रीय शक्तियों, संस्थानों के साथ कांग्रेस पार्टी के संबंध उजागर हो रहे हैं। अब देश के युवाओं को सीधे नशे में शामिल करने वाले इतने बड़े कांड के साथ कांग्रेस के आधिकारिक पदाधिकारी का सीधा संबंध उजागर होना, बहुत गहरे और खतरनाक संदेश देता है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि कांग्रेस ने ड्रग तस्करों और माफियाओं से हाथ मिला लिया है। अरविंद केजरीवाल चुप क्यों हैं? कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए...कांग्रेस युवाओं को नशीली दवाओं के खतरे में धकेलने की अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा प्रतीत होती है। पूछताछ कर पता लगाना चाहिए कि इसमें कौन शामिल है और कांग्रेस नशे का पैसा कहां इस्तेमाल कर रही है।
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि आरोपी भारतीय युवा कांग्रेस का सदस्य हुआ करता था, लेकिन दो साल पहले उसे पार्टी से निकाल दिया गया था। यह प्रशंसनीय है कि हमारी पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति को निष्कासित कर दिया जो बाद में आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो सकता था। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भी अपने उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होते हैं। बीजेपी को दूसरी पार्टी पर आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।