By अनुराग गुप्ता | May 30, 2022
रांची। राज्यसभा चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के बीच में तकरार हो रही है। एक तरफ जहां झामुमो ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने इसके एकतरफा बताया है। झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस ने शुरू से ही अपना रुख स्पष्ट रखा है कि गठबंधन से उम्मीदवार सर्वसम्मति से चुना जाएगा।
झामुमो उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात में राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। मुलाकात के बाद अविनाश पांड ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने शुरू से ही अपना रुख स्पष्ट रखा है कि इस गठबंधन (कांग्रेस-झामुमो गठबंधन) से उम्मीदवार सर्वसम्मति से चुना जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी इस पर चर्चा की... हो सकता है कि गलत संचार हुआ हो क्योंकि झामुमो उम्मीदवार की घोषणा (महुआ माजी) एकतरफा थी।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस ने पिछले 2 सालों में कभी भी अनौपचारिक फेवर के लिए कहा। हमें अब भी लगता है कि इस गठबंधन को बेहतर संचार और ताकत के साथ काम करना चाहिए। राज्यसभा तो सिर्फ एक स्तर है, अगले 2 साल में राज्य के हित में कई चुनौतीपूर्ण कार्य आएंगे।
उन्होंने ने कहा कि कांग्रेस इस फैसले से स्वाभाविक रूप से नाराज है क्योंकि हमें एक चर्चा और विश्वास की उम्मीद थी। मैं कल झारखंड पहुंचूंगा और अपने कार्यकर्ताओं, नेताओं और विधायकों की शिकायतें सुनूंगा और मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) से भी इस मामले पर चर्चा करने की कोशिश करूंगा।
महुआ माजी को बनाया उम्मीदवार
झामुमो ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ नेता महुआ माजी को अपना उम्मीदवार बनाया। महुआ माजी के नाम की घोषणा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की, जो झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सोनिया गांधी और अपने पिता एवं झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के साथ इस संबंध में चर्चा करने के बाद महुआ माजी का नाम तय किया है।