By अभिनय आकाश | May 14, 2022
चिंतन मनन के मामले में भारत काफी आगे रहा है। चिंतन से एक से बढ़कर एक आध्यात्मिक-सामाजिक सिद्धांत सामने आए हैं। किसी समस्या या दुविधा से निकलने का रास्ता भी चिंतन प्रदान करता है। भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी यानी कांग्रेस ऐसा ही चिंतन कर रही है। 400 नेताओं को गुटों में बांट कर संगठन की अलग-अलग समस्याओं पर चिंतन के काम में लगा दिया गया है। लेकिन एक तरफ जहां कांग्रेस राजस्थान के उदयपुर के रिसॉर्ट में चिंतन-मनन में लगी है वहीं पंजाब से उसके लिए एक बुरी खबर सामने आई है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है।
सुनील जाखड़ ने 12 बजे अपने फेसबुक पेज पर दिल की बात की। इसमें उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान किया। जाखड़ पर कांग्रेस ने हाल ही में अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए उन्हें सभी पदों से हटा दिया था। जाखड़ को दो साल पहले भी हटाने की सिफारिश की गई थी। पने फेसबुक लाइव में उन्होंने कहा कि पार्टी चिंतन शिविर सिर्फ औपचारिकता थी। हर जगह पंजाब की स्थिती बदतर है। कांग्रेस के कुछ नेताओं को बेनकाब करना जरूरी है। सुनील जाखड़ ने कांग्रेस नेता अंबिका सोनी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस का बेड़ा गर्ग किया। उन्होंने आगे कहा कि आज कांग्रेस पार्टी खटिया पर नजर आ रही है।
जाखड़ ने अपने फेसबुक लाइव पर कहा कि चिंतन शिविर से कोई फायदा नहीं होगा। पार्टी को खुद में सुधार करना होगा। चिंतन नहीं, चिंता करने की जरूरत है। इसके साथ ही पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ ने फेसबुक लाइव में कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने कहा गुड लक और अलविदा कांग्रेस।