By एकता | Aug 26, 2024
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हाल ही में घोषणा की थी कि दोनों पार्टियां जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेगी। इस घोषणा के बाद दोनों पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद हो गया था, जिसपर अब सहमत बन गयी है। जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में से 32 पर कांग्रेस लड़ेगी और 52 सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। 1 सीट सीपीआई (एम) और 1 सीट पैंथर्स पार्टी के लिए छोड़ी है। इसके अलावा बची हुईं 5 सीटों पर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोस्ताना मुकाबला करने पर सहमत हुए हैं। सोमवार देर शाम इस बात की घोषणा की गयी।
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सीट बंटवारे पर राज्य कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा, 'नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, कांग्रेस 32 पर और हम 5 सीटों पर दोस्ताना लेकिन अनुशासित मुकाबला करने पर सहमत हुए हैं। इन 88 सीटों के अलावा, हमने 1 सीट सीपीआई (एम) और 1 सीट पैंथर्स पार्टी के लिए छोड़ी है।'
गठंबधन की घोषणा करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'यह बहुत खुशी की बात है कि हमने यह अभियान शुरू किया है कि हम दोनों मिलकर उन ताकतों के खिलाफ लड़ेंगे जो यहां लोगों को बांटने की कोशिश कर रही हैं। पूरे देश और भारत का गठबंधन इसलिए बनाया गया था ताकि हम उन ताकतों से लड़ सकें जो देश को सांप्रदायिक बनाना, बांटना और तोड़ना चाहती हैं। आज हमने बातचीत पूरी कर ली है और बहुत अच्छे सौहार्दपूर्ण माहौल में समन्वय किया है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर चुनाव लड़ेंगे।'
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'बीजेपी जम्मू-कश्मीर की आत्मा को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। जम्मू-कश्मीर हमारे भारतीय गठबंधन का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की आत्मा को बचाना है, इसलिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस एक साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में ऐसी सरकार बनाने जा रहे हैं जो जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ पूरी तरह से दोस्ताना हो। हमने इस पर चर्चा की है और हमने एक फॉर्मूला बनाया है जिसे अब हमारे नेता साझा करेंगे। हम साथ मिलकर लड़ेंगे, हम जम्मू-कश्मीर जीतेंगे। हम जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएंगे।'