किनसाशा। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य ने कथित नरसंहार संबंधी वीडियो की जांच की अंतरराष्ट्रीय मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। इस वीडियो में सैनिक निहत्थे महिला और पुरूषों पर गोलियां चलाते नजर आ रहे हैं। सरकार का यह फैसला सोशल मीडिया पर उन दो अन्य वीडियो के वायरल होने के बाद आया है जिसमें कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के सैनिक कथित तौर पर दुर्व्यवहार करते नजर आ रहे हैं।
कथित नरसंहार संबंधी वीडियो सप्ताहांत में जारी किया गया। इस सात मिनट के वीडियो में वर्दीधारी व्यक्तियों का एक समूह गोलीबारी करते और उसके बाद कम से कम 20 शवों पर से गुजरता नजर आ रहा है। घटना हिंसा-भरे मध्य कसाई क्षेत्र की है। वाशिंगटन और पेरिस दोनों ने ही सरकार से मामले की जांच करने को कहा था। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी वीडियो में दिख रहे ‘जघन्य दुर्व्यवहार’ की कड़ी निंदा की थी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त जेद राद अल हुसैन ने भी कांगो से मामले की जांच करने और देश में व्याप्त हिंसा को रोकने के लिए ‘व्यापक शांति योजना’ लागू करने को कहा था। किनसाशा ने इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह हमेशा की तरह उन्हें निशाना बनाकर फैलाई गई एक ‘दुर्भावनापूर्ण अफवाह’ है।