By अभिनय आकाश | Apr 14, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि सैकड़ों मुस्लिम विधवाओं के पत्रों के कारण केंद्र ने वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार का काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि अगर वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन ठीक से किया जाता तो मुस्लिम युवा अपनी आजीविका चलाने के लिए साइकिल के टायरों के पंक्चर नहीं लगा रहे होते। प्रधानमंत्री का यह बयान हरियाणा के हिसार में एक रैली में आया, जबकि पश्चिम बंगाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण केंद्रीय बलों की तैनाती की गई थी। मोदी की यह टिप्पणी वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के लागू होने के एक सप्ताह से भी कम समय बाद आई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 5 अप्रैल को प्रस्तावित कानून को अपनी मंजूरी दिए जाने के बाद सरकार ने 8 अप्रैल को कानून को अधिसूचित किया। संसद ने इसे 4 अप्रैल को पारित कर दिया।
हिसार में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दशकों से वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग किया जा रहा था, जिससे गरीब मुसलमानों के बजाय भू-माफियाओं को फायदा हो रहा था। पीएम मोदी ने कहा कि सैकड़ों विधवा मुस्लिम महिलाओं द्वारा भारत सरकार को पत्र लिखने के बाद ही इस मुद्दे पर चर्चा हुई और आखिरकार कानून में बदलाव किया गया। उन्होंने अब गरीबों का शोषण आखिरकार बंद होने जा रहा है। अगर उस पैसे का इस्तेमाल शुरू से ही ईमानदारी से किया गया होता, तो मेरे युवा मुस्लिम युवाओं को अपनी जिंदगी साइकिल के पंक्चर ठीक करने में नहीं बितानी पड़ती। प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी से पता चला कि वक्फ संपत्ति के रूप में दावा की जा रही भूमि के बारे में शिकायतें केवल गैर-मुसलमानों की ओर से ही नहीं, बल्कि गरीब मुसलमानों की ओर से भी थीं।
उन्होंने कहा कि नए वक्फ कानून के अनुसार, किसी भी आदिवासी के स्वामित्व वाली भूमि या संपत्ति को वक्फ बोर्ड द्वारा हड़पा नहीं जा सकता। इससे गरीब और पसमांदा मुसलमानों को फायदा होगा। ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं जब प्रधानमंत्री मोदी ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर हरियाणा के हिसार में महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे की आधारशिला रखी और अयोध्या के लिए पहली उड़ान का उद्घाटन किया। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस ने कभी किसी मुस्लिम को अपना पार्टी अध्यक्ष क्यों नहीं बनाया।