By सत्य प्रकाश | Dec 01, 2021
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के महर्षि विद्यापीठ में आयोजित श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ के समापन कर्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान अयोध्या, प्रयागराज, काशी के वैदिक विद्वानों के साथ अनुष्ठान में आहुति डाली। इस साथ ही अयोध्या के संतों के साथ भी मुलाकात की।
अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक आयोजन को संबोधित करते हुए अयोध्या के गौरव और संघर्ष की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा हम अधर्म भी नहीं करेंगे और अधर्म सहेंगे भी नहीं। यही तो अयोध्या है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने ना कभी अन्याय किया और ना ही कभी अन्याय सहा। यही कारण था कि अयोध्या कभी चुप नहीं बैठी और अनवरत संघर्ष जारी रखा। उन्होंने कहा श्री राम जन्म भूमि के भव्य मंदिर को मोहम्मद गौरी के पहले से ही अपवित्र की जाती रही। उन्होंने कहा सालार गाजी ने सबसे पहले जन्म भूमि को अपवित्र करने का प्रयास किया था। किंतु विगत 500 वर्षों तक अयोध्या ने लंबे संघर्ष देखें और महसूस किए हैं। हमारे भावनाओं और भाव को कुंद करने का प्रयास किया गया।
सीएम योगी समाज के हर वर्ग का आव्हान करते हुए कहा कि जब सभी एक साथ जुड़े और एक मंच मिला। तो आंदोलन नई ऊंचाइयों पर पहुंचा । तब अद्भुत संयोग बना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण का शुभारंभ भी कर दिया। मंदिर निर्माण को लेकर अब किसी को संदेह भी नहीं है। योगी ने कहा कि अयोध्या सूर्यवंश की राजधानी है और भगवान राम ने एक महत्वपूर्ण अवतार भी लिया।