अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में पांचवें दीपोत्सव के आयोजन की तैयारी के लिए राम कथा पार्क में रामायण कांक्लेव के समापन में पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम मंदिर के गर्भ गृह में काबुल से आये जल को समर्पित किया।
अयोध्या के राम कथा पार्क में आयोजित रामायण कांक्लेव का समापन किया। इस दौरान अयोध्या के संतों से भी मुलाकात की। तो वहीं इसके पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण में मुस्लिम देश अफगानिस्तान के काबुल नदी से आए जल को विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन के बीच भी गर्भगृह स्थल पर समर्पित किया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण यह कर गर्भगृह है जहां मंन्दिर निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। प्लिंथ के भराई का कार्य आगे बढ़ा रहा है। आज यहां पर गंगाजल और काबुल नदी का जल एक साथ मिलाकर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देश पर काबुल से एक बालिका ने भय के साए में जी रही उन तमाम बालिकाओं और महिलाओं के दर्द को वहां से भेजा है उनकी पीड़ा के साथ भारत की संवेदना को जोड़ते हुए सब का सम्मान करते हुए यहां पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पावन जन्मस्थली पर इस जल को अर्पित करने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
वहीं उन्होंने कहा कि कार्य प्रारंभ होते समय प्रयास हुआ था कि देश के सभी पवित्र नदियों का और भारत के सभी तीर्थों का जल यहां पर लाया जाए उस बालिका के मन में भी उस समय भाव रहा होगा। अंततः उन्होंने प्रधानमंत्री जी के पास इस अपील के साथ इस जल को भेजा था मुझे आज इसी कारण यहां पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि मैं काबुल की उच्च बालिका के साथ साथ अफगानिस्तान के उन तमाम बालिकाओं बेटियों और बहनों के कुछ दर्द के साथ अपने आप को और अपनी संवेदना को अपने देशवासियों के संवेदना को जोड़ते हुए उस पवित्र जल को श्री राम जन्मभूमि में समर्पित कर सकूं इसी भाव से मै यहां पर समर्पित किया हूं।