By नीरज कुमार दुबे | Nov 16, 2022
नमस्कार, प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास चुनावी कार्यक्रम कौन बनेगा गुजरातना सरदार में आप सभी का स्वागत है। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नामांकन दाखिल करने के साथ ही चुनाव प्रचार ने गति पकड़ ली है। इसके अलावा सूरत में एक सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के नामांकन वापस लेने पर भी बड़ा बवाल हो गया है। उधर, चुनाव आयोग ने पहले चरण के उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच के बाद 999 को ही सही पाया है।
जहां तक मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नामांकन की बात है तो आपको बता दें कि भाजपा ने आज इस अवसर पर अपनी ताकत का भी प्रदर्शन किया। नामांकन से पहले एक भव्य रोड शो और जनसभा का आयोजन किया गया जिसे संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा है कि भाजपा ने गुजरात में अपने 27 साल के शासन के दौरान ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति’’ खत्म कर दी है और कानून का राज स्थापित किया है। इसके साथ ही अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं का मज़ाक उड़ाती थी। उन्होंने राहुल गांधी से राम मंदिर की यात्रा करने को भी कहा। अमित शाह के अनुसार, अयोध्या का राम मंदिर जनवरी 2024 में उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा।
हम आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद शहर की घाटलोडिया सीट से भाजपा के उम्मीदवार एवं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह और भूपेंद्र पटेल ने रैली के बाद सोला क्षेत्र तक एक रोड शो का नेतृत्व किया। इस मौके पर भूपेंद्र पटेल ने अगले महीने होने वाले चुनावों के लिए अधिकारियों को अपना नामांकन पत्र सौंपा। हम आपको याद दिला दें कि गुजरात में दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होना है। मतगणना आठ दिसंबर को होगी।
भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह के गृह राज्य गुजरात में लगातार सातवीं बार सत्ता हासिल करने पर नजर गड़ाए हुए है, जहां भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं। अमित शाह ने कहा, ‘‘गुजरात के लोगों ने, खासकर 1985 और 1995 के बीच (गैर-भाजपा सरकारों के तहत) वे दिन भी देखे हैं, जब सांप्रदायिक दंगे आम थे।'' उन्होंने कहा, ''एक साल में कम से कम 250 दिनों के लिए कर्फ्यू लगा रहा। जब भी परिजन घर से बाहर जाते थे, महिलाएं उनके लिए प्रार्थनाएं करती थीं।’’ अमित शाह ने कहा कि भाजपा की सरकारों ने इस स्थिति में सुधार किया है, जिसके कारण अब कोई भी गड़बड़ी करने की हिम्मत नहीं करता है।
गांधीनगर के सांसद अमित शाह ने कहा, ‘‘सारे लतीफ और इज्जू शेख (गुजरात के दो अपराधी) पहले ही खत्म हो चुके थे। आज 20 साल के नौजवानों को पता भी नहीं है कि कर्फ्यू कैसा होता है। हमने तुष्टीकरण की राजनीति को खत्म कर गुजरात में कानून का राज कायम किया।’’ अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करने के लिए भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं का मजाक उड़ाती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने मंदिर निर्माण में देरी के लिए कानूनी अड़चनें पैदा कीं। उन्होंने कहा, ‘‘पहले कांग्रेस हमें ताने मारती थी कि मंदिर कब बनेगा। अब मंदिर जनवरी 2024 में उद्घाटन के लिए तैयार हो रहा है, तो राहुल बाबा मंदिर जा सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस 550 साल पुराने विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया है। अमित शाह ने धारा 370 को निरस्त करने और तीन तलाक की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून लाने को लेकर प्रधानमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने भूपेंद्र पटेल को गुजरात का ‘भविष्य का मुख्यमंत्री’ करार दिया और मतदाताओं से उन्हें बड़े अंतर से विजयी बनाने का आग्रह किया।
आप उम्मीदवार के नामांकन वापस लेने पर बवाल
उधर, गुजरात की सूरत पूर्व विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया, जिसके बाद ‘आप’ ने आरोप लगाया कि भाजपा के कहने पर कंचन जरीवाला का अपहरण किया गया और उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया गया। हालांकि भाजपा ने इस आरोप का खंडन किया है। दिल्ली में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कंचन जरीवाला और उनके परिवार के सदस्य मंगलवार से लापता हैं। सिसोदिया ने कहा, ‘‘भाजपा गुजरात चुनाव में बुरी तरह हार रही है और वह परेशान होकर इतने निचले स्तर पर गिर गई कि उसने सूरत पूर्व से हमारे उम्मीदवार का अपहरण कर लिया।’’ सिसोदिया ने पार्टी नेताओं के साथ दिल्ली में निर्वाचन आयोग के दफ्तर के बाहर धरना भी दिया बाद में उन्होंने अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखी। हम आपको बता दें कि भाजपा ने इस सीट से मौजूदा विधायक अरविंद राणा को खड़ा किया है।
1,362 में से 999 नामांकन पत्र वैध पाए गए
उधर, गुजरात विधानसभा की 89 सीटों पर पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए दाखिल 1,362 नामांकन पत्रों में से 999 वैध पाए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की छंटनी का अंतिम दिन मंगलवार को था। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उचित जांच के बाद 999 पत्र वैध पाए गए। उन्होंने बताया कि पांच दिसंबर को 93 सीटों पर होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए अब तक 341 नामांकन पत्र मिल चुके हैं।