पर्सनल लोन के लिए सबसे बेहतर भुगतान अवधि चुनें

By अदनान अली | Apr 24, 2019

पर्सनल लोन किसी भी तरह की फाइनेंशियल ज़रूरत के लिए लिया जा सकता है जैसे, घर की मरम्मत, मेडिकल इमरजेंसी आदि, क्योंकि पर्सनल लोन आमतौर पर असुरक्षित होता है, इसलिए यह लोगों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प के रूप में उपलब्ध होता है। हालांकि, इसी कारण से, अन्य लोन की तुलना में पर्सनल लोन पर ब्याज दर थोड़ी अधिक है। एक उधारकर्ता के रूप में, आपका ब्याज की दर पर कोई नियंत्रण नहीं है, फिर भी आप सही भुगतान अवधि चुनकर लोन ज़्यादा आसानी से चुका सकते हैं। सही निर्णय लेने में आपकी मदद करने के लिए, अधिकांश बैंकों और एनबीएफसी के पास ईएमआई कैलकुलेटर टूल है, जिसमें आप विभिन्न ब्याज दरों और भुगतान अवधि के आधार पर लोन ईएमआई जान सकते हैं।

 

यहाँ कुछ कारण बताए गए हैं जिनके आधार पर पर्सनल लोन भुगतान अवधि तय होती है। अगर आप इन्हें समझ जाते हैं तो सही भुगतान अवधि चुनना मुश्किल काम नहीं है।

 

लोन राशि

लोन राशि सीधे लोन अवधि को प्रभावित करती है। लम्बी भुगतान अवधि चुनने पर ईएमआई की राशि कम हो जाती है लेकिन ब्याज़ दर बढ़ जाती है। इसलिए अगर आप बड़ा लोन अमाउंट ले रहे हैं तो लम्बी भुगतान अवधि चुनें क्योंकि इसमें ईएमआई कम होगी तो आपकी जेब पर हर महीने कम भार पड़ेगा और इस से डिफ़ॉल्ट की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं। लेकिन अगर आप कम लोन अमाउंट में लम्बी अवधि चुनते हैं तो ये उतना लाभदायक नहीं रहेगा क्योंकि आपको बहुत ज़्यादा ब्याज़ चुकाना पड़ेगा। इसलिए पहले आपको ये देखना चाहिए कि आप कितनी ईएमआई हर महीने चुका सकते हैं और उसके बाद लोन भुगतान अवधि को चुनना चाहिए।

 

बजट

आपका फाइनेंशियल बजट ये तय करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि आपके पर्सनल लोन की भुगतान अवधि कितनी होगी। अपने बजट के आधार पर ही आप ऐसी भुगतान अवधि चुनेंगे जिस से हर महीने आपकी जेब पर ज़्यादा भार ना पड़े और आपके बाकि के खर्च भी ना रुके। अगर ईएमआई अमाउंट आपके मासिक बजट से ज़्यादा है तो लम्बी भुगतान अवधि चुनने में कोई हर्ज नहीं है क्योंकि इस से लोन ईएमआई अमाउंट कम हो जाता है। लम्बी अवधि में अपनी सभी फाइनेंशियल ज़रुरतों को पूरा करने के लिए ज़्यादा समय मिल जाता है। हालाँकि, अगर आपका बजट इतना है कि आप ज़्यादा ईएमआई दे सकते हैं तो फिर छोटी भुगतान अवधि चुनें क्योंकि इसमें लोन पर लगने वाला ब्याज़ घट जाएगा।

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फाइनेंसियल जिम्मेदारियां

लोन की भुगतान अवधि चुनने से पहले ये ध्यान रखें कि आपके ऊपर वर्तमान और भविष्य में किस तरह की फाइनेंशियल जिम्मेदारियां हैं जैसे, घर-परिवार से जुड़े खर्च, क्रेडिट कार्ड बिल, भविष्य में नई गाड़ी या घर खरीदना आदि। इस तरह की स्तिथि में आपको ऐसी भुगतान अवधि चुन्नी चाहिए जिसमें आपको ज़्यादा अमाउंट की ईएमआई ना चुकानी पड़े।

 

ब्याज़ दर

लोन अवधि चुनते समय ब्याज़ दर और अन्य तरह के शुल्क महत्वपूर्ण होते हैं। आपकी भुगतान अवधि जितनी लम्बी होगी उतना ज़्यादा ब्याज़ आपको देना पड़ेगा। इसमें तो कोई दो राय नहीं है कि कोई ऐसी लोन अवधि नहीं चाहता है जिसमें उसे लोन के मुकाबले बहुत ज़्यादा भुगतान करना पड़े। ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग कर अलग-अलग ब्याज़ दर की तुलना करें और उस भुगतान अवधि के साथ उसे जोड़े जिसे आप चुनना चाहते हैं। आपको ऐसे कई विकल्प मिलेंगें जो आपके बजट के मुताबिक सही हों। इसके साथ ही आपका क्रेडिट स्कोर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो इस बात की ज़्यादा सम्भावना है कि बैंक या एनबीएफसी आपको कम ब्याज़ दर पर लोन ऑफर करेंगें। कम ब्याज दर हमेशा आपके लिए फायदेमंद होगी क्योंकि आप छोटी अवधि के लोन का विकल्प चुन सकते हैं और लोन राशि का भुगतान आसानी से कर सकते हैं। 

 

ईएमआई

लोन भुगतान अवधि और ईएमई एक दूसरे पर निर्भर होते हैं। आपकी भुगतान अवधि जितनी लम्बी होगी आपकी ईएमआई उतनी ही कम होगी। इसके वितरीत अगर भुगतान अवधि छोटी होगी तो ईएमआई उतनी ही ज़्यादा होगी। आप कितनी ईएमआई चुका सकते हैं इसका निर्णय आपको अपनी क्षमता और फाइनेंशियल स्तिथि के आधार पर करना चाहिए। आपको ये निर्णय लेना पड़ेगा कि आप फाइनेंशियल तौर पर लम्बी या छोटी भुगतान अवधि के लिए तैयार हैं या नहीं। मान लीजिए कि आपने 11% की ब्याज दर पर 5 लाख रुपये के लोन के लिए आवेदन किया है, तो आपकी ईएमआई 5 वर्ष के लिए होगी 10, 871 रु. और 4 वर्ष के लिए 12, 922 रु.। इस तरह ईएमआई लोन भुगतान अवधि के अनुसार बढ़ती या घटती है।

 

पर्सनल लोन के लिए ये नियम माना जाता है कि आपको वो सबसे छोटी भुगतान अवधि चुन्नी चाहिए जिसे आप फाइनेंशियल तौर संभाल सकते हैं। हो सकता है कि बैंक या एनबीएफसी आपको लम्बी भुगतान अवधि चुनने के लिए कहें क्योंकि ये उनके लिए ज़्यादा लाभदायक होता है। लेकिन आपको हमेशा ये कोशिश करनी चाहिए कि आप छोटी भुगतान अवधि चुनें ताकि आप लोन पर कम ब्याज़ दर चुकाएं और लोन से जल्द ही छुटकारा पाएं।

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हालाँकि हो सकता है कि आपको जल्द ही कोई पर्सनल लोन चाहिए हो, लेकिन हमेशा यही सलह दी जाती है कि पर्सनल लोन अच्छे से जांच करने के बाद ही लेना चाहिए। आप ईएमआई कैलकुलेटर की मदद से अपनी पर्सनल लोन ईएमआई जान सकते हैं ताकि आप अपना फाइनेंशियल बजट बना सकें। विभिन्न बैंकों और एनबीएफसी द्वारा ऑफर किये जाने वाली ब्याज़ दर और भुगतान अवधि की तुलना करें और सबसे बहतर पर्सनल लोन ऑफर को चुनें।

 

बैंक और एनबीएफसी से संपर्क कर आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। वो आपको सबसे बहतर पर्सनल लोन ऑफर करेंगें। लोन आवेदन फॉर्म भरें और उसे मांगे गए दस्तावेजों के साथ जमा करें। बैंक और एनबीएफसी निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुसार आपके लोन आवेदन की जांच करेंगे। मूल्यांकन के बाद, वो आपको वो लोन अमाउंट और ब्याज़ दर ऑफर करेंगे जिसके लिए आप योग्य हैं। यदि आप दोनों के साथ सहज हैं, तो आप प्रकिर्या को आगे बढ़ा सकते हैं। यदि नहीं, तो आप कम ब्याज़ दर या बेहतर नियम और शर्तों के लिए अन्य विकल्प देख सकते हैं।

 

- अदनान अली

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