By अभिनय आकाश | Jan 03, 2025
आपको कोरोना महामारी का वो दौर याद है। कैसे तबाही हुई थी और हर व्यक्ति की सांस मानो थम गई थी। लाखों लोगों की जान गई थी। चीन की तरफ से एक कथित गलती ने पूरी दुनिया को संकट में डाल दिया था। अब फिर एक बार संकट गहराने जा रहा है। चीन के अस्पतालों में लंबी लंबी कतारें लग चुकी हैं। हर चेहरे पर मास्क लौट आया है। एक बार फिर दुनिया की नजरों से चीन इसको छुपा कर रखना चाहता है। ठीक वैसे जैसे कोविड के दौरान हुआ था। ऐसे में सवाल है कि क्या फिर एक बार दुनिया को नई महामारी चीन देने वाला है? चीन में फैल रहे इस नए वायरस का नाम ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) है, जो कि एक आरएनए वायरस है। वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और गले में घरघराहट शामिल हैं।
इस वायरस का असर ऐसा है कि अस्पतालों में न खत्म होने वाली लाइने लग चुकी है। लोगों के चेहरों पर मास्क है और चेहरे पर अनजानी मौत का खौफ है। महामारी की आशंका के बीच खबर ये कि चीन में एक साथ चार वायरस हवा में फैल चुके हैं। इंफ्लूएंजा ए, एचएमपीवी वायरस, माइको प्लाजमा निमोनिया और कई वायरस और भी हैं। एचएमपीवी का पैटर्न ठीक वैसा ही है, जैसा कोविड का था। यानी वायरस हवा के जरिए फैल सकता है। चीन ने वायरस के फैलने के बाद कई जगहों पर इमरजेंसी घोषित कर दी है। दावे के मुताबिक अस्पतालों और श्मशान घाटों में भीड़ बढ़ रही है।
चीन में एचएमपीवी के प्रकोप के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने कहा कि वह देश में श्वसन और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है। आधिकारिक सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने कहा कि स्थिति की बारीकी से निगरानी करना, जानकारी का सत्यापन करना और तदनुसार अपडेट करना जारी रखा जा रहा है। डॉ. डैंग्स लैब के सीईओ डॉ. अर्जुन डैंग ने कहा कि चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का प्रकोप इसके प्रसार को रोकने के लिए कड़ी निगरानी और शीघ्र पता लगाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।