China ने ताइवान के खिलाफ किया सैन्य शक्ति प्रदर्शन, सैन्य अभ्यास पूरा करने की बात कही

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 11, 2023

चीन ने सोमवार को कहा कि उसने एक विमान वाहक पोत के उपयोग सहित ताइवान के पास अपना तीन दिवसीय सैन्य अभ्यास सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। चीन के इस सैन्य शक्ति प्रदर्शन का उद्देश्य ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी के साथ बैठक के खिलाफ अपना आक्रोश जताना था। चीन की सरकारी मीडिया ने यहां बताया कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए)के ‘ईस्टर्न थिएटर’ कमान ने ताइवान द्वीप के आसपास गश्त और अभ्यास के सभी कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में ताइवान के आसपास 70 चीनी विमानों और 11 चीनी जहाज देखे गए हैं। चीन ताइवान को एक अलग हुए प्रांत के तौर पर देखता है। बीजिंग ने स्व-शासित द्वीप को मुख्य भूमि के साथ फिर से जोड़ने के लिए बल के संभावित उपयोग से इंकार नहीं किया है। विश्लेषकों का कहना है कि इस बार पीएलए की कवायद पिछले अगस्त की तरह थी, जब हाउस स्पीकर केविन मैक्कार्थी की पूर्ववर्ती नैन्सी पेलोसी ने ताइपे का दौरा किया था।

वह ताइवान का दौरा करने वाली पहली बड़ी अमेरिकी नेता बन गईं थीं। चीन ने अपने विमानवाहक पोत शांडोंग को तैनात किया और सरकारी चैनल सीसीटीवी ने चीन के कई तटीय क्षेत्रों से ताइवान जलडमरूमध्य में मिसाइल दागा जानादिखाया। चीन ने ताइवान के पूर्व नेता मा यिंग-जेउ की मेजबानी की, जो कुओमिन्तांग (केएमटी) पार्टी के नेता हैं, जो बीजिंग के साथ शांतिपूर्ण संबंधों की वकालत करती है। मा ने अपनी चीन यात्रा का समापन ठीक उसी समय किया, जब साई इंग-वेन ने अमेरिका का दौरा किया। पीएलए ने शनिवार को कहा कि उसके बलों ने ताइवान द्वीप के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू किया, जो 8 से 10 अप्रैल तक चलेगा।

कमान के प्रवक्ता शि यी ने कहा कि गश्त और अभ्यास ताइवान जलडमरूमध्य के समुद्री क्षेत्रों और हवाई क्षेत्र में, द्वीप के उत्तरी और दक्षिणी तटों से दूर और द्वीप के पूर्व में हुआ। शी ने कहा कि ये अभियान ताइवान स्वतंत्रता की मांग करने वाले अलगाववादी ताकतों और बाहरी ताकतों के बीच मिलीभगत और उनकी उत्तेजक गतिविधियों के खिलाफ एक तरह से कड़ी चेतावनी देता है। शी ने कहा कि चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अभियान आवश्यक हैं।

इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि ताइवान स्वतंत्रता संबंधी अलगाववादी कृत्य और उनके लिए बाहरी ताकतों की मिलीभगत और समर्थन ताइवान जलडमरूमध्य में शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। मंत्रालय के एक प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ताइवान द्वीप के आसपास चल रहे सैन्य अभ्यास के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, ‘‘ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए हमें ताइवान स्वतंत्रता के सभी कृत्यों का विरोध करना चाहिए।’’ वांग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए, हमें ताइवान स्वतंत्रता संबंधी अलगाववादी कृत्यों के सभी रूपों का दृढ़ता से विरोध करना चाहिए।’’

वांग ने उम्मीद जतायी कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ताइवान प्रश्न की प्रकृति को समझेंगे, एक-चीन सिद्धांत का पालन करेगा, और ताइवान स्वतंत्रता (अलगाववादी गतिविधियों) के सभी स्वरूपों का विरोध करेगा। इस बीच, सोमवार को ‘पीएलए डेली’ के एक संपादकीय में कहा गया कि ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिका पर भरोसा नहीं किया जा सकता। इसने वाशिंगटन पर आरोप लगाया कि वह ताइवान को चीन के खिलाफ एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।

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