By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 29, 2019
नयी दिल्ली। बॉलीवुड के प्रख्यात अभिनेता बलराज साहनी के बेटे परीक्षित साहनी ने कहा कि सितारों के बच्चों के लिये अपने पिता की सफलता को दोहरा पाना बेहद मुश्किल होता है क्योंकि उन्हें सबकुछ प्लेट में सजाकर मिल जाता है और उन्हें इसके लिये मशक्कत नहीं करनी पड़ती। अपनी नई किताब ‘‘द नॉन-कन्फॉर्मिस्ट: मेमोरीज ऑफ माई फादर बलराज साहनी’’ के विमोचन पर हाल में यहां आए परीक्षित साहनी ने कहा कि वह खुद “बिगड़ैल बच्चों” की श्रेणी से आते हैं।
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उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में बड़े सितारों के बच्चों के अपने पिता जैसा मुकाम हासिल नहीं कर पाने की आसान वजह यह है कि वे उस परिश्रम के दौर से नहीं गुजरते। सुनील दत्त, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र उनके अथक मेहनत वाले सफर को देखिये। अभिनेता ने कहा कि या मेरे पिता की जीवनी पढ़िये और देखिये कि इस मुकाम तक पहुंचने के दौरान उन्होंने किस कदर मेहनत की। इन चीजों ने उन्हें बनाया। उन्होंने जिंदगी के दोनों पहलू देखे हैं।
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उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ सितारों के बच्चे सर्वश्रेष्ठ स्कूलों और कॉलेजों में जाते थे। परीक्षित ने अभिनेत्री दीप्ति नवल के साथ बातचीत के दौरान कहा कि हम बिगड़ैल बच्चे थे। अभिनेता ने कहा कि अभिनय को लेकर उनके अंदर वह जुनून नहीं था जैसा उनके पिता में था। इसलिये उन्होंने कभी किसी को अच्छी भूमिका की पेशकश न करने के लिये दोष नहीं दिया। लोगों द्वारा दोनों के बीच तुलना करने पर परीक्षित ने कहा कि उनके पिता एक “एक अलग स्तर” के थे और जो लोग यह तुलना करते हैं उन्हें जानना चाहिए कि एक जहां “रेस का घोड़ा” है दूसरा “गधा” है।