By अंकित सिंह | Nov 06, 2023
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में चुनाव से पहले उन्हें "बदनाम" करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जब ईडी ने किसी को बदनाम करने के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी की है तो चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। ईडी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई और भाजपा द्वारा वीडियो जारी किया गया...ईडी भाजपा है और भाजपा ईडी है।
इससे पहले दिन में, कांग्रेस पार्टी ने कहा कि उसने इस मामले पर ईसीआई से संपर्क करने का फैसला किया है क्योंकि बघेल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि राज्य में चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। बघेल ने साफ तौर पर सवाल किया कि चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान क्यों नहीं लिया? उन्होंने कहा कि हमारी ओर से शिकायत भेजी जाएगी...छवि खराब करने की जांच होनी चाहिए...चुनाव आयोग की गाइडलाइन में स्पष्ट निर्देश हैं...उन्हें इस पर गौर करना चाहिए।
रविवार को, भारतीय जनता पार्टी ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें मामले के आरोपी शुभम सोनी ने सट्टेबाजी ऐप का मालिक होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि उसने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं स्तब्ध हूं कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी दुबई के हवाला ऑपरेटर्स के माध्यम से चुनाव लड़ रही है। कल रात महादेव ऐप चलाने वाले व्यक्ति ने खुलासा किया कि उन्होंने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए की घूस दी है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल जी 2000 करोड़ का घोटाला शराब के माध्यम से भी कर चुके हैं।