By अंकित सिंह | May 30, 2023
तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) का प्रश्न पत्र लीक होने का मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले से संबंधित एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, विशेष जांच दल (SIT) ने एक आरोपी व्यक्ति की संलिप्तता की बात कहते हुए दावा किया कि भाग लेने वाले उम्मीदवारों के साथ उत्तर साझा करने के लिए कथित रूप से ChatGPT और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग किया था। आरोपी की पहचान तेलंगाना स्टेट नॉर्दर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (TSNPDCL) के डिवीजनल इंजीनियर पूला रमेश के रूप में हुई है।
हैरान करने वाला खुलासा
कहा जा रहा है कि पूला रमेश ने सहायक अभियंता (सिविल) परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र बेचे और सहायक कार्यकारी अभियंता (AEE) और मंडल लेखा अधिकारी (DAO) परीक्षा में उम्मीदवारों की सहायता के लिए AI तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया। रमेश को कम से कम तीन परीक्षाओं के लीक हुए प्रश्नपत्रों तक पहुंच मिली और उनमें से दो के उत्तर पाने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया। जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, रमेश ने 22 जनवरी और 26 फरवरी को आयोजित दो परीक्षाओं में बैठे सात उम्मीदवारों को जवाब देने के लिए एक विस्तृत योजना बनाई थी।
चार लोगों को पकड़ा गया
इस हाई-प्रोफाइल मामले में यह पहला मामला है जहां चैटजीपीटी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल का खुलासा हुआ है। एसआईटी ने सोमवार को प्रशांत, नरेश, महेश और श्रीनिवास नाम के चार व्यक्तियों को पकड़ा, जिन्हें परीक्षा के दौरान नकल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते पाया गया था। जांचकर्ता वर्तमान में यह निर्धारित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि प्रवेश द्वार पर जांच के बाद भी उम्मीदवार इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ परीक्षा हॉल में कैसे प्रवेश कर गए। वे एक परीक्षक की भी तलाश कर रहे हैं जो ब्लूटूथ माइक्रो इयरपीस के साथ परीक्षा हॉल तक पहुंच प्राप्त करने में उम्मीदवारों की सहायता की थी।