By आरती पांडे | Jan 12, 2022
वाराणसी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख जारी होने का बाद से ही, शांति एवं सुगमतापूर्ण तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए, प्रशासन तैयारियों में जुट चुकी है। इसी क्रम में, विधासभा के पहले चरण का चुनाव अच्छे तरीके से संपन्न कराने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, सेंट्रल रिजर्व्ड पुलिस फोर्स, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, सशस्त्र सीमा बल, सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स और इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस के 17 हजार से भी अधिक जवानों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है।
आगामी 20 जनवरी तक सीएपीएफ के तैनात जवानों की संख्या 25 हजार से भी अधिक कर दी जाएगी। जैसे जैसे चुनाव के अन्य चरण नजदीक आयेंगे, जवानों की संख्या उन जिलों में उसी अनुपात के हिसाब से बढ़ा दी जाएगी। ये तैयारियां चुनाव में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसलिए की जा रही है।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के तैनात जवान प्रत्येक जिलों की स्थानीय पुलिस के साथ रूट मार्च कर, हर गावों, कस्बों और शहरों के मतदाताओं को निडर रूप से मतदान करने के लिए सुरक्षा एवं बाल देंगे। गुंडों एवं असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए इन तैनात जवानों को प्रशासन ने बल प्रयोग करने की भी अनुमति दी है। इन जवानों के ठहरने और खानपान की जिम्मेदारी जिला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी द्वारा की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों ने बातचीत में जानकारी दी की, सात चरण में होने वाले विधानसभा चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए, सीएपीएफ जवानों की तैनाती हुई है, और जिन जिलों में मतदान पहले होगा, वहा उनकी संख्या बढ़ा दी जाएगी। सभी मतदान केंद्र सीएपीएफ के जवानों की देखरेख और सुरक्षा में रहेंगे, और मतदान हो जाने के बाद ईवीएम मशीनों के सुरक्षा की जिम्मेदारी भी इन्ही की होगी। जो कोई भी चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरीके की बाधा उत्पन्न करने, उनके खिलाफ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान सख्ती के पेश आयेंगे।