By अनन्या मिश्रा | Jun 19, 2023
हमारे किचन में कई ऐसे मसाले मौजूद होते हैं। जो कोल्ड या कफ की समस्या हो या पेट में दर्द या फिर त्वचा को ग्लोइंग बनाने के काम आते हैं। यह नुस्खे सदियों से आजमाए जा रहे हैं। बता दें कि इस आर्टिकल के जरिए आज हम आपको एक ऐसे ही घरेलू नुस्खे के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसके इस्तेमाल में आपको कई तरह के फायदे होंगे। हम आपको अजवाइन के पत्तों के जूस के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। अजवाइन के पत्ते को इंडियन बेरीज भी कहा जाता है।
बता दें कि अजवाइन के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन, फैट, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इसके सेवन से आपको शरीर को डिटॉक्स, डाइजेशन को दुरुस्त, अर्थराइटिस के दर्द को कम, स्वास्थ्य में सुधार, तनाव और चिंता से राहत मिलती है। ऐसे में अगर आपके घर पर भी छोटे बच्चे हैं तो आपको अपने गार्डन में इस आयुर्वेदिक पौधे के जरूर लगाना चाहिए। अजवाइन के पत्तों का जूस बच्चों के सर्दी-खांसी और सांस आदि से जुड़ी समस्याओं में काफी फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं इससे जुड़े फायदों के बारे में...
कोल्ड एंड कफ
अगर आपके बच्चे को भी सर्दी-खांसी और जुकाम आदि हो गया है तो अजवाइन की ताजी पत्तियों को तोड़कर उसके रस को निचोड़ लें। इस जूस को सिर और चेस्ट पर लगाएं। यह चेस्ट और बंद नाक को खोलने, गले के इंफेक्शन, कफ को ढीला करना, खांसी को शांत करने आदि में राहत मिलती है।
बुखार के लिए
अजवाइन की पत्तियों के जूस का सेवन करने से बुखार को कम किया जा सकता है।
ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने में कारगर
इस औषधीय पत्तियों के जूस में आयरन, प्रोटीन और विटामिन-सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए यदि इसके जूस का सेवन किया जाए तो ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाया जा सकता है।
कीड़ा काटने पर
कीड़े के काटने पर बी अजवाइन के पत्ते का जूस लगाया जाता है। क्योंकि यह एंटी-इंफ्लेमेटरी होता है। जिसके कारण जलन व खुजली की समस्या दूर होती है। साथ ही इंफेक्शन का खतरा भी नहीं रहता है। मामूली चोट और खरोंच में यह काफी लाभकारी होता है।
विटामिन्स
अजवाइन के जूस में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। वहीं इसमें मौजूद कैरोटीनॉयड और विटामिन-ए आंखों के लिए फायदेमंद होता है।
अर्थराइटिस का दर्द
अजवाइन की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी पाया जाता है। जिससे दर्द और सूजन में फायदा मिलता है। अर्थराइटिस की समस्या होने पर अजवाइन की पत्तियों को पीसकर इसके रस को प्रभावित जगह पर लगाएं। साथ ही आप इस जूस का सेवन भी कर सकते हैं।
इम्यून सिस्टम
इसकी पत्तियां एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-वायरल होती हैं। जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। अजवाइन की पत्तियों में थाइमोल पाया जाता है। जो बैक्टीरियल इंफेक्शन को दूर रखने में मदद करता है।
डाइजेस्टिव सिस्टम
पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में अजवाइन के पत्तों का जूस बेहद कारगर है। इसके जूस के सेवन से आपको एसिडिटी, कब्ज और गैस की परेशानी से निजात मिलेगी।