By अंकित सिंह | Sep 02, 2022
तृणमूल कांग्रेस के नेता और हालिशहर नगर पालिका के अध्यक्ष राजू साहनी को सीबीआई ने शुक्रवार को अक्टूबर 2018 में कोलकाता में दर्ज एक चिटफंड घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है। सीबीआई सूत्र ने बताया कि विदेशी बैंकों में खातों का पता चला है और 2.75 करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले है। बताया जा रहा कि राजू साहनी को एक पोंजी घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से जिंदा कारतूस के साथ एक बन्दूक भी मिला है। सीबीआई का आरोप है कि साहनी और कुछ अन्य लोगों ने सनमर्ग वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन नाम की कंपनी के फंड का गलत इस्तेमाल किया है।
राजू साहनी को गिरफ्तार करने से पहले एजेंसी ने उसके घर की तलाशी ली थी। इससे पहले इस मामले में बर्दवान नगर पालिका के अध्यक्ष प्रणब चटर्जी को भी गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार देर रात सीबीआई की एक टीम ने न्यू टाउन स्थित साहनी के आवास पर अचानक छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया। उस समय साहनी उस आवास पर मौजूद थे। एक अन्य टीम ने हालिशहर स्थित उनके पैतृक आवास पर भी छापा मारा। सूत्रों की मानें तो कैश न्यू टाउन स्थित आवास से बरामद किया गया है। इसके अलावा इसके बैंकॉक में एक बैंक खाते का भी पता चला है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि साहनी अपने पास से बरामद की गई भारी भरकम राशि के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसी के आदार पर सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि साहनी माकपा के पूर्व नेता और पार्षद लक्ष्मण साहनी के पुत्र हैं। हालाँकि, वह तृणमूल के एक सक्रिय स्थानीय नेता के रूप में ख्याति प्राप्त की है। इस मामले के अन्य आरोपी सौम्यरूप भौमिक, चंद्रशेखर साबत, ब्रजो गोपाल दत्ता, तुफान पॉल और सुरजीत सरकार हैं। मई 2014 में, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में सभी पोंजी घोटालों की जांच करने का निर्देश दिया था।