देशभर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए सरकार हर तरह के कदम उठाने को तैयार है। लॉकडाउन या मुंह पर मास्क लगवाने के अलावा वैक्सीन को भी अपनाया जा रहा है। शुरुआत में सिर्फ 45 से 65 साल के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध थी। वहीं, अब 18 वर्ष से 44 साल के लोग भी वैक्सीन लगवा सकते हैं। हालांकि इस दौरान महिलाओं के बीच कुछ सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जैसे- माहवारी में वैक्सीन लगवा सकते हैं? प्रेग्नेंट हैं तो क्या वैक्सीन लगवा सकते हैं? या बेबी प्लान करने के दौरान वैक्सीन लगा सकते हैं? या फिर वैक्सीन का एक डोज लगने के बाद क्या बेबी प्लानिंग कर सकते हैं? आदि। अगर आप भी इन्हीं सब सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं तो आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं...
क्या माहवारी के दौरान वैक्सीन लगवा सकते हैं?
चिकित्सकों के अनुसार माहवारी यानी पीरियड्स में महिलाएं कोरोना वैक्सीन लगवा सकती हैं। अभी तक किसी शोध में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है कि वैक्सीनेशन से महिलाओं के पीरियड्स या गायनलॉजिक हेल्थ पर कोई असर हुआ है।
प्रेग्नेंट हैं तो क्या वैक्सीन लगवा सकते हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार जो महिलाएं गर्भवती या स्तनपान करवाती हैं उन्हें अभी वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। अभी तक ऐसी महिलाओं पर कोवैक्सिन या कोविशील्ड इंजेक्शन का ट्रायल नहीं किया गया है। बता दें कि सरकार द्वारा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कोरोना वैक्सीन लगवाने की मंजूरी दे दी गई है, लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं को अभी वैक्सीन लगाने की मनाही है। अगर भारत के अलावा ब्रिटेन, अमेरिका और चीन जैसे देशों की बात करें तो यहां गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाई जा रही है।
बेबी प्लानिंग के दौरान वैक्सीन लगा सकते हैं?
डॉक्टर्स की मानें तो जो महिलाएं बेबी प्लानिंग कर रही हैं या बेबी प्लान कर चुकी हैं तो उन्हें वैक्सीन नहीं लगवाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक कोई शोध नहीं किया गया है जिसमें गर्भवस्था में वैक्सीन लगाई गई हो। इसलिए इसके बारे में भी स्पष्ट कहा नहीं जा सकता कि बेबी प्लान करने के दौरान वैक्सीन लगवाने पर नुकसान होगा या नहीं। ये ही कारण है कि सतर्कता बरतते हुए प्लानिंग कर रही महिलाओं को भी वैक्सीन लगवाने की मनाही है।
क्या दूसरा डोज प्रग्नेंसी के दौरान लिया जा सकता है?
अगर आपने पहला डोज ले लिया है और उसके बाद आप प्रेग्नेंट हो गई हैं तो आपको दूसरा डोज नहीं दी जा सकता है। वैक्सीनेशन गाइडलाइन के मुताबिक अगर कोई महिला पहले डोज के बाद गर्भवती हुई तो उसको दूसरा डोज नहीं दिया जा सकता है।
बच्चे को जन्म देने के बाद लगवा सकती हैं वैक्सीन
डॉक्टर्स का कहना है कि मां के स्तनपान से नवजात में संक्रमण नहीं फैलता है, लकिन कोविड-19 ड्रॉपलेट्स से संक्रमण फैलने का खतरा है। ये ही कारण है कि डॉक्टर्स संक्रमित महिलाओं को स्तनपान कराने के दौरान मास्क या फेस शील्ड लगाने की सलाह देते हैं। डिलीवरी के बाद महिलाएं कोरोना वैक्सीन लगवा सकती है।
मां को वैक्सीन लगने से क्या शिशु में एंटीबॉडी जाएंगी?
जी हां, जब मां को वैक्सीन लगती है तो उसके शरीर का एंटीबॉडी शिशु के शरीर में दूध पिलाने के जरिए चल जाता है। दरअसल, स्तनपान करने वाले बच्चे में हर वो खानपान लगता है जो मां द्वारा खाया जाता है। इसलिए अगर वैक्सीन के जरिए शरीर में एंटीबॉडीज जाएगी तो बच्चे के शरीर में भी स्तनपान से एंटीबॉडीज जाएगी।
जरूर बरतें ये सावधानियां
कोरोना महामारी के दौरान सावधानी बरतना न भूलें। मुंह पर मास्क, हाथों को समय-समय पर साफ, लोगों से 6 फीट की दूरी और बाहर जाएं तभी जब ज्यादा हो जरूरी। इसके अलावा इस बात का खास ख्याल रखें कि प्रेंग्नेंसी के दौरान अन्य जरूरी वैक्सीन और दवां लेने में देरी न करें। कुछ एक्सपर्ट्स की मानें तो फ्लू शॉट्स वैक्सीन लगवाने से भी कोरोना संक्रमण के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
- सिमरन सिंह