सरकार ने आज कहा कि भारत जैसे देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक नहीं लगाई जा सकती क्योंकि ऐसा करना संविधान के अनुरूप नहीं है। गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने राज्यसभा में यह बात तब कही जब प्रश्नकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल मीडिया पर कुछ ऐसे ट्रोल को फॉलो कर रहे हैं जिनमें जहरीली और द्वेष भरी बातें कही जा रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने एक पूरक प्रश्न में पूछा कि क्या उच्च पदों पर बैठे लोगों को इस तरह के ट्रोल्स को फॉलो नहीं करने के लिए कोई परामर्श जारी किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे ट्रोल फॉलो किए हैं जिनमें घातक, जहरीली और द्वेष भरी बातें कही गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस बारे में कुछ करना चाहिए। गृह राज्यमंत्री ने इस पर कहा, ‘‘भारत एक स्वतंत्र देश है और यहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। हमारे संविधान में किसी पर कोई रोक लगाने का कोई प्रावधान नहीं है।’’
ब्रायन ने कहा, ‘‘डिजिटल मीडिया पर कुछ ऐसे ट्रोल हैं जिनमें घातक, जहरीली और द्वेष भरी बातें कही जा रही हैं। प्रधानमंत्री डिजिटल मीडिया पर कुछ ऐसे अज्ञात लोगों को फॉलो कर रहे हैं जिनमें द्वेष भरी बातें कही गई हैं। यद्यपि प्रधानमंत्री कुछ गलत नहीं लिख रहे हैं।’’ उन्होंने पूछा कि ‘‘क्या सरकार इस तरह के उच्च अधिकारियों को कोई परामर्श भेज रही है कि वे ऐसे ट्रोल को फॉलो नहीं करें जिनमें घातक एवं द्वेषभरी बातें कही जा रही हैं। मंत्री के यह कहने पर कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक नहीं लगा सकती तो ब्रायन ने कहा, ‘‘हममें से कोई भी अंकुश नहीं चाहता।’’ उन्होंने मंत्री के जवाब पर असंतोष व्यक्त किया।