By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 21, 2024
तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को वादा किया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के केंद्र में सत्तारूढ़ होने पर संसद के पहले सत्र में ही विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को निरस्त कर दिया जाएगा। चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इरादा सीएए को रद्द करने का है, भले ही उसके घोषणापत्र में इसका उल्लेख नहीं किया गया हो। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राजनेता कांग्रेस पर इस बात को लेकर लगातार निशाना साध रहे हैं कि उसके घोषणापत्र में सीएए का उल्लेख नहीं है। यहां मीडिया से बातचीत में चिदंबरम ने दावा किया कि घोषणापत्र में सीएए का उल्लेख इसलिए नहीं किया गया था क्योंकि ‘यह बहुत लंबा हो गया था।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा के 10 साल के शासन ने देश को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है क्योंकि इसने संसद में ‘प्रचंड बहुमत’ का दुरुपयोग किया। चिदंबरम ने कहा, ‘‘कानूनों की एक लंबी सूची है, जिनमें से पांच कानून पूरी तरह से रद्द कर दिए जाएंगे। ये मेरा वादा है, मैं घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष हूं। मैंने इसका एक-एक शब्द लिखा है, मुझे पता है कि इरादा क्या था। सीएए संशोधित नहीं किया जाएगा, बल्कि इसे रद्द कर दिया जाएगा। हमने इसे स्पष्ट कर दिया है।’’
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के केंद्र में सत्तारूढ़ होने पर संसद के पहले सत्र में ही विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को निरस्त कर दिया जाएगा। चिदंबरम ने विजयन के इस दावे को खारिज कर दिया कि कांग्रेस ने कानून का विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम के कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद में सीएए के खिलाफ अपने विचार रखे थे। चिंदबरम ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार देश के लोगों से यह सच्चाई छिपा रही है कि ‘हजारों वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि’ पर चीनी सैनिकों ने कब्जा कर लिया है।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘यह एक तथ्य है जिसकी गवाही लद्दाख के सांसद ने दी है। इस तथ्य की गवाही अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों ने दी है। इसलिए यह कहना कि उन्होंने हमारी सीमाओं को सुरक्षित किया है, पूरी तरह से झूठ है।’’ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अब एक राजनीतिक पार्टी नहीं रही, बल्कि एक ऐसा पंथ बन गई है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूजा करता है। चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी के 10 साल के शासन में भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता गंभीर रूप से कमजोर हुई है।
उन्होंने लोगों से ‘‘लोकतंत्र को बहाल’’ करने की अपील की। चिदंबरम ने कहा, ‘‘भाजपा ने 14 दिन में घोषणापत्र तैयार किया, जिसका शीर्षक घोषणापत्र नहीं है। उन्होंने इसे मोदी की गारंटी कहा। भाजपा अब कोई राजनीतिक दल नहीं है। यह एक पंथ बन गई है और यह पंथ नरेन्द्र मोदी की पूजा करता है।’’ चिदंबरम ने दावा किया कि ‘मोदी की गारंटी’ उन देशों की याद दिलाती है जहां पंथ पूजा होती है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में पंथ पूजा को ताकत मिलनी शुरू हो गई है और इससे तानाशाही को बढ़ावा मिलेगा।’’ चिदंबरम ने आरोप लगाया कि 10 साल के मोदी शासन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर नियंत्रण रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि मोदी तीसरी बार सत्ता में आते हैं, तो वह संविधान में संशोधन कर सकते हैं.... हमें लोकतंत्र को बहाल करना होगा।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के सामने मौजूद सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगारी है। चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में नौकरियां और धन पैदा करने की बात की गई है जिसके बारे में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी चुप है। उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ इन दिनों मुखर दिख रहे विजयन की भी आलोचना की और वामपंथी नेता से इस चुनाव को राष्ट्रीय चुनाव के रूप में देखने के लिए कहा।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘और राष्ट्रीय दृष्टिकोण से, भाजपा से लड़ने और दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कौन बेहतर स्थिति में है? पूरे भारत में भाजपा से लड़ने के लिए कौन बेहतर स्थिति में है? यह स्पष्ट रूप से कांग्रेस है, न कि माकपा। माकपा असल में एकल राज्य वाली पार्टी है।’’ उन्होंने लोगों से वोट देकर दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन को सत्ता में लाने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त नहीं हूं कि अगर मोदी तीसरी बार चुने जाते हैं तो क्या मैं इस तरह से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकूंगा या नहीं। मैं आश्वस्त नहीं हूं कि तब आप भाजपा नेताओं से कोई सवाल पूछने के लिए स्वतंत्र होंगे या नहीं।’’ केरल में लोकसभा चुनाव के तहत दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।