By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 13, 2022
तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य 66 वर्षीय थरूर ने दोनों उम्मीदवारों के लिए समान अवसर नहीं होने संबंधी अपने पहले की एक टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मिस्त्री साहब के खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहता था। सिस्टम में कुछ कमियां हैं क्योंकि 22 साल से चुनाव नहीं हुए हैं।’’ उनका कहना था, ‘‘हमें 30 सितंबर को पहली सूची (डेलीगेट की) दी गई और फिर एक हफ्ते पहले एक सूची दी गई। पहली सूची में फोन नंबर नहीं थे। अगर ऐसा है तो फिर कैसे संपर्क करेंगे। बाद में फोन नंबर मिले। दोनों सूची में कुछ अंतर थे... मेरी यह शिकायत नहीं है कि ये जानबूझकर कर रहे हैं। समस्या यह है कि हमारी पार्टी में कई साल से चुनाव नहीं हुए हैं। इसलिए कुछ गलतियां हुई हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि मिस्त्री जी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बैठे हैं। मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है।’’ थरूर ने कहा, ‘‘कुछ नेताओं ने ऐसे काम किए हैं, जिस पर मैंने कहा कि समान अवसर नहीं है। कई पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) में हमने देखा कि पीसीसी अध्यक्ष, विधायक दल के नेता और कई बड़े नेता खरगे साहब का स्वागत करते हैं, उनके साथ बैठते हैं, पीसीसी से(डेलीगेट को) निर्देश जाते हैं कि आ जाओ, खरगे साहब आ रहे हैं। यह सिर्फ एक ही उम्मीदवार के लिए हुआ। मेरे साथ कभी नहीं हुआ। इस किस्म की कई चीजें कई पीसीसी में हुईं।’’ उनके अनुसार, वह कई पीसीसी गए, लेकिन पीसीसी अध्यक्ष उपलब्ध नहीं होते।
थरूर ने कहा, ‘‘मैं कोई शिकायत नहीं कर रहा हूं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मुझे ज्यादा फर्क पड़ेगा। अगर आप पूछते हूं कि समान अवसर मिल रहा है तो क्या आपको लगता है कि इस तरह के व्यवहार में कुछ फर्क नहीं है?’’ उन्होंने यह भी कहा कि गांधी परिवार और पार्टी के शीर्ष स्तर से पहले ही तटस्थता की बात कर दी गई है और इस चुनाव में सबको अपनी मर्जी से वोट करना चाहिए क्योंकि यह गुप्त मतदान है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होना है और 19 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी। मल्लिकार्जुन खरगे और शशि थरूर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उम्मीदवार हैं।