By अभिनय आकाश | Aug 11, 2021
ब्रिटेन ने 8 अगस्त को भारत का नाम “रेड” लिस्ट से हटाकर ‘ऐंबर” सूची में डालने के साथ ही देश के लिए यात्रा प्रतिबंधों में ढील दी। इसका मतलब यह हुआ कि कोविड-19 टीके की सभी खुराकें ले चुके भारतीय यात्रियों के लिए अब ब्रिटेन पहुंचने पर 10 दिन तक होटल में पृथक-वास में रहना अनिवार्य नहीं होगा। लेकिन ब्रिटेन के इस फैसले से भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान परेशान हो गया है। भारत को यात्रा प्रतिबंधों में छूट और पाकिस्तान को यात्रा प्रतिबंधित देशों की सूची में रखे जाने को अन्याय बताया गया है। पाकिस्तान के सर्वोच्च स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव को इस बाबत पत्र लिखकर अपनी अंसतुष्टि जाहिर की गई है। पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान को यात्रा प्रतिबंध की सूची में बरकरार रखा गया लेकिन भारत को छूट दी गई है। पाकिस्तान की तरफ से इसे अन्याय बताया गया है।
भारत कोविड के प्रति बरत रहा लापरवाही
पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने कहा कि ब्रिटिश सरकार पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है। उन्होंने दावा किया कि पूरे विश्व को पता है कि भारत कोविड को बहुत ही लापरवाही से ले रहा है। इसके बावजूद ब्रिटेन ने उसे रेड लिस्ट से एम्बर लिस्ट में डाल दिया है। जबकि पाकिस्तान को रेड लिस्ट में रखा है।
ब्रिटेन के परिवहन मंत्री ग्रांट शाप्स ने ट्वीट किया, ‘‘ यूएई, कतर, भारत और बहरीन को ‘रेड’ सूची से निकाल कर ‘एम्बर’ सूची में डाल दिया गया है। ये सभी बदलाव आठ अगस्त को सुबह चार बजे से अमल में आएंगे।’’देश के कानून के तहत ‘एम्बर’ सूची में शामिल देशों के यात्रियों को अपनी रवानगी से तीन दिन पहले कोविड-19 संबंधी जांच करानी होगी और ब्रिटेन जाने से पहले ही कोविड-19 की दो जांच की ‘बुकिंग’ करानी होगी और वहां पहुंचने के बाद ‘पैसेंजर लोकेटर फार्म’ भरना होगा। वहीं, यात्री को 10 दिन के लिए घर में या किसी अन्य स्थान पर पृथक-वास में रहना होगा।