By अभिनय आकाश | Apr 06, 2023
कोरोना ने एक बार फिर से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने के बावजूद एहतियाती या बूस्टर कोविड वैक्सीन की खुराक लेना दिल्लीवासियों के लिए उतना आसान नहीं हो सकता है। यहां तक कि जब सरकार उनसे टीका लगवाने का आग्रह कर रही है, तब भी शायद ही कोई टीकाकरण केंद्र है जहां लोग टीका लगवाने के लिए जा सकें। कोविन फोन ऐप के अनुसार शहर में केवल 10 केंद्र हैं जहां एहतियाती खुराक उपलब्ध है, जिनमें से केवल एक मुफ्त टीकाकरण प्रदान करता है, बाकी निजी सुविधाओं में सशुल्क सेवाएं प्रदान करते हैं। पांच जिलों, उनमें से पूर्व, नई दिल्ली और उत्तर में, एक भी टीकाकरण केंद्र चालू नहीं है।
राज्य सरकार ने टीकाकरण पर नए सिरे से कार्रवाई की योजना बनाई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि एहतियाती खुराक के लिए शायद ही कोई लोग आ रहे थे। इसलिए टीकाकरण केंद्रों की संख्या कम कर दी गई। अब जब मामले फिर से बढ़ रहे हैं, तो हम तदनुसार केंद्र सरकार से टीके खरीदेंगे और टीकाकरण केंद्र स्थापित करेंगे। जिला अधिकारियों ने यह भी कहा कि केंद्रों पर तैनात कर्मियों को अन्य स्वास्थ्य योजनाओं के लिए वापस बुला लिया गया है।
राजधानी में तीसरी खुराक लेने वालों की संख्या कम रही है। यहां तक कि बीते एक हफ्ते में संक्रमण की बढ़ती संख्या के बावजूद 100 से भी कम लोगों को इसकी चपेट में आया। अब तक, 33,92,323 लोगों को बूस्टर खुराक मिल चुकी है, जो योग्य आबादी का लगभग 21% है।