अहमदाबाद। जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमले में मारे गए सात अमरनाथ तीर्थयात्रियों के शवों को घायल लोगों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ वायुसेना के विमान में आज गुजरात के सूरत हवाई अड्डे पर लाया गया। आतंकवादी हमले की खबर मिलने के बाद सोमवार रात गुजरात में अलर्ट जारी कर दिया गया था। मारे गए ज्यादातर लोग गुजरात के ही हैं।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि देश ऐसी विचारधारा के आगे कभी नहीं झुकेगा। आतंकवादियों ने सोमवार रात को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों की एक बस पर हमला कर दिया था जिसमें सात श्रद्धालु मारे गए और 19 अन्य लोग घायल हो गए। वर्ष 2001 के बाद से यह इस वार्षिक तीर्थयात्रा पर सबसे भयानक हमला है। गुजरात सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजन के लिए 10 लाख रुपये और प्रत्येक घायल के लिए दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। शवों और घायल लोगों के हवाई अड्डे पहुंचने पर मुख्यमंत्री रूपानी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल सूरत पहुंचे। रुपानी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जरूरतमंदों को इलाज मुहैया कराया जाएगा। सरकार घायलों के इलाज का खर्च वहन करेगी।’’
रूपानी ने इस हमले को कायर लोगों की करतूत बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हम आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं। यह कायर लोगों का काम है। भारत ऐसी विचारधारा के आगे कभी नहीं झुकेगा।’’ गुजरात भाजपा ने आज उन निर्धारित सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है जिसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और राजग के राष्ट्रपति उम्मीदवार राम नाथ कोविंद को शामिल होना था। रूपानी ने कहा, ‘‘हमने आतंकवादी हमले में ‘शहीद’ लोगों के प्रति सम्मान जताते हुए सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं जो आज होने थे। इसमें पार्टी की एक बैठक भी शामिल हैं जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भाग लेना था और राष्ट्रपति उम्मीदवार द्वारा समर्थन जुटाने के लिए होने वाला कार्यक्रम भी शामिल है।’'