कोरोना महामारी के दौर में बोर्ड एग्जाम की तैयारी के लिए टिप्स

By मिथिलेश कुमार सिंह | Jan 22, 2021

कोरोना महामारी ने जिन सेक्टर्स को सर्वाधिक डिस्टर्ब किया है, उनमें से एजुकेशन सेक्टर प्रमुख है। अगर यह कहा जाए कि पूरे साल को कोविड-19 ने, एजुकेशन के लिहाज से बर्बाद कर दिया, तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से कुछ स्कूल और दूसरी शैक्षणिक संस्थाएं बच्चों को पढ़ाने की कोशिश जरूर करती दिखीं, परंतु स्कूलों में होने वाली पढ़ाई और वहां मिलने वाला पढ़ाई का माहौल, अगर घर पर ही मिल जाए, तो फिर स्कूल की जरूरत ही क्यों पड़े?


परंतु हकीकत यह है कि बावजूद तमाम मुसीबतों के 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की तिथि सीबीएसई द्वारा घोषित हो चुकी है। 4 मई से 10 जून तक यह परीक्षाएं चलेंगी और इसका परिणाम जुलाई में घोषित करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने तैयारी कर ली है।

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कमोबेश इसी से मिलते जुलते डेट्स तमाम राज्यों के बोर्ड भी जल्द ही घोषित कर देंगे।


ऐसे में बच्चों के सर पर एग्जाम का बोझ तो आ ही गया, बेशक उनकी पढ़ाई हुई हो या नहीं! मतलब परीक्षाएं होंगी। हालांकि इसके लिए अभी समय जरूर है, पर अगर आज से ही सजगता नहीं बरती गई, तो इसके परिणाम बहुत बेहतर नहीं आएंगे और इस बात का यकीन जितनी जल्दी से जल्दी कर लिया जाए, तो बेहतर रहेगा!


टाइम टेबल 

जी हां! कहते हैं कि संसार में एक समय ही ऐसी चीज है, जो कभी रुकता नहीं है!  अगर आपने बी.आर. चोपड़ा द्वारा निर्मित महाभारत के एपिसोड देखे हैं, तो उसमें "मैं समय हूं" का मशहूर संवाद अवश्य ही सुना होगा। सच तो यह है कि अगर आप समय की कीमत नहीं समझते हैं, तो सामान्य दिनों में भी आप बहुत अच्छा परिणाम नहीं ला सकते हैं, और हाल फिलहाल तो कोरोना वायरस आपका आधा समय यूं ही निकाल चुका है।


टीचर, ग्रुप स्टडी और दोस्तों के साथ पढ़ाई से आप एक तरह से वंचित हो चुके हैं, इसलिए समय प्रबंधन आवश्यक ही नहीं, अति आवश्यक है। अब टाइम टेबल के अनुसार विषय वाइज पढ़ाई कीजिए और इससे निश्चित रूप से परीक्षा हाल में आपको बेहतर परिणाम दिखेगा।


हेल्थ के बिना कुछ भी ठीक नहीं!

स्कूल जाने पर आप ना चाहते हुए भी काफी कुछ पढ़ लेते थे, शारीरिक भाग दौड़ भी हो ही जाती थी, किंतु लॉकडाउन में और उसके बाद स्कूल नहीं खुलने से आप कहीं आलसी तो नहीं हो गए हैं?


कहीं ऐसा तो नहीं है कि आप अपनी हेल्थ के प्रति लापरवाह हो गए हैं?


खैर, अब सजग हो जाइए!

सुबह जगने से लेकर, नाश्ता, पौष्टिक भोजन और शाम को थोड़ा बहुत टहलने से लेकर, सही समय पर सोना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।

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और हां! सुबह सुबह व्यायाम करने से आपका पूरा दिन तरोताजा रहता है और इससे आप तो बेहतर स्टडी अवश्य कर सकते हैं। एक बार पुनः इस बात को दोहरा लीजिए कि बगैर उत्तम हेल्थ के आपका पढ़ाई में मन ही नहीं लगेगा और किताब खोल कर बेशक आप बैठे रहें, परंतु आपको, आप ही के मन मस्तिष्क द्वारा बेहतर परिणाम नहीं प्राप्त होगा।


पूछिये, ढूँढिये, किंतु भटकिये नहीं!

लॉकडाउन में आप इंटरनेट की मदद लेना तो सीख ही गए होंगे, किंतु इंटरनेट पर कितना भटकाव है, यह भी आप महसूस अवश्य कर चुके होंगे।


पहले आपने सोशल मीडिया इत्यादि पर समय नुकसान किया ही होगा, तमाम गैर जरूरी वीडियोज देखा होगा, दोस्तों के साथ गेम और चैट में समय खराब किया होगा, पर अब यह ना करिए!


आप इंटरनेट की मदद अपनी प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए ज़रूर कीजिए, किंतु समय नुकसान ना हो, उस पर भटकिए नहीं!


इंटरनेट जहां फायदे के लिए इस्तेमाल किया जाता है, वहीं यह आपका समय कितनी जल्दी व्यतीत कर देगा, आपको पता भी नहीं चलेगा। इसीलिए बेहद सजगता के साथ ही इंटरनेट ब्राउजिंग करें और अपने घड़ी की सुईयां देखते रहें। साथ ही इंटरनेट के अलावा भी आप अपने दोस्तों से, अपने टीचर से, अपनी प्रॉब्लम्स का सलूशन प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं। इसमें तनिक भी हिचकिचाहट पालने की जरूरत नहीं है।

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शांत वातावरण में रिवीजन

जी हां! जिस प्रकार से जिम में एक बॉडीबिल्डर रोज एक ही व्यायाम का अभ्यास करता है, ठीक उसी प्रकार आपको अपने सब्जेक्ट का लगातार अभ्यास करना पड़ेगा, उसका रिवीजन करना पड़ेगा। अगर आप रिवीजन नहीं करेंगे, तो आपका कॉन्फिडेंस, जल्द ही कन्फ्यूजन में बदल जाएगा। वहीं इसका उल्टा भी उतना ही सत्य है।


अगर आप किसी टॉपिक को लेकर कन्फ्यूजन में हैं, तो रिवीजन करने से निश्चित रूप से आपको कॉन्फिडेंस प्राप्त हो जाएगा। हालांकि इसके लिए कोशिश करें कि आपको थोड़ा पीसफुल एनवायरमेंट मिले। टेलीविजन, इंटरनेट और दूसरे म्यूजिक इत्यादि माध्यमों से दूर रहकर एकांत में रिवीजन करने से आप बोर्ड एग्जाम की तैयारी बेहतर ढंग से कर सकते हैं, इस बात में दो राय नहीं है।


- मिथिलेश कुमार सिंह

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