By अनुराग गुप्ता | Jan 08, 2022
चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के बाद बड़ा उलटफेर करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मेयर पद पर कब्जा कर लिया है। आपको बता दें कि भाजपा की सरबजीत कौर को मेयर चुन लिया गया है। नगर निगम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनने उभरने वाली आम आदमी पार्टी (आप) को 35 में से 14 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि भाजपा को 12 और कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसके बाद कांग्रेस ने मेयर पद के लिए कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा था। वहीं आप की तरफ से अंजू कात्याल का मुकाबला भाजपा की सरबजीत कौर से था।
भाजपा और आप के बीच कांटे हुआ कांटे का मुकाबला
कांग्रेस से निकाले जाने के बाद देवेंद्र सिंह बबला अपनी नवनिर्वाचित पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गए, जबकि भाजपा के पास सांसद किरण खेर का भी वोट था। जिसको मिलाकर भाजपा के खाते में भी 14 वोट हो गए। ऐसे में भाजपा और आप के पास 14-14 वोट थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा की सरबजीत कौर 14 वोटों से चंडीगढ़ नगर निगम की मेयर चुनी गईं। कुल 28 वोट डाले गए थे। भाजपा की मेयर द्वारा जीत दर्ज किए जाने के बाद चंडीगढ़ नगर निगम के हॉल में आप पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आप का एक वोट खारिज कर दिया गया और चुनाव अधिकारियों ने भाजपा की सरबजीत कौर को नया मेयर चुना। जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ और पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मेयर सबरजीत कौर के पास मौजूद आप और भाजपा के पार्षदों को हटाया।
सभी दलों को पार्षदों को खरीद-फरोख्त की आशंका थी। ऐसे में कांग्रेस ने अपने पार्षदों को जयपुर, आप ने दिल्ली और भाजपा ने शिमला भेज दिया था। लेकिन मेयर चुनाव से एक दिन पहले शुक्रवार को सभी पार्षदों को चंडीगढ़ लाया गया था।