By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 11, 2022
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने शनिवार को तब गिरफ्तार कर लिया जब वह हिंसा से प्रभावित हावड़ा जाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि उत्तर दिनाजपुर के बालुरघाट से सांसद मजूमदार को विद्यासागर सेतु पर स्थित एक टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-से कहा, ‘‘हावड़ा में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है जहां मजूमदार प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। उनके दौरे से कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति पैदा हो सकती थी। एहतियात के तौर पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।’’
मजूमदार ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की स्थिति कश्मीर की तरह हो गई है। उन्होंने खुद को हिरासत में लिए जाने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले तो उन्होंने मुझे मेरे घर पर रोका। मुझे घर में नजरबंद कर दिया गया। बाद में, उन्होंने मुझे अपने आवास से निकलने की अनुमति दी। अब उन्होंने मुझे विद्यासागर सेतु पर रोक दिया है और मुझे गिरफ्तार कर लिया है।’’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम कश्मीर में नेताओं को नजरबंद किए जाने की खबरें पढ़ते थे। आज यहां ऐसा ही कुछ हुआ। राज्य तेजी से कश्मीर में बदल रहा है।’’ मजूमदार की गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता और कार्यकर्ता विरोध में सड़कों पर उतर आए। गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लालबाजार पहुंचीं। इसी तरह का प्रदर्शन उत्तर दिनाजपुर, कूचबिहार, बीरभूम और जलपाईगुड़ी जिलों में भी हुआ।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मजूमदार के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की सराहना करते हुए आरोप लगाया कि वह सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए हावड़ा जा रहे थे। टीएमसी विधायक तापस रे ने कहा, ‘‘पुलिस ने उन्हें रोककर सही काम किया।’’ हालांकि, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष हावड़ा में प्रवेश करने और उन क्षेत्रों का दौरा करने में सफल रहे जहां उनकी पार्टी के कार्यालयों पर हमला किया गया था। घोष ने कहा, ‘‘यहां की अराजक स्थिति प्रशासन की विफलता को दर्शाती है।’’ कोलकाता के महापौर फरहाद हकीम ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की। शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को हावड़ा के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई थी।