By अनुराग गुप्ता | Jan 24, 2020
मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए चल रही उठापटक के बीच कई नेताओं के फोन टैप के मामले सामने आए हैं। शुक्रवार को फोन टैप का मामला सामने आने के बाद उद्धव सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के फोन टैप करने का प्रयास किया गया था।
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर फोन टैप कराने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का फोन टैप किया गया था।
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अनिल देशमुख ने आरोप लगाए कि कुछ अधिकारियों को स्नूपिंग सॉफ्टवेयर समझने के लिए इजराइल भेजा था। आरोप लगे है कि फडणवीस सरकार के समय में इन तमाम नेताओं के फौन टैप किए गए थे। जिसका आशय यह है कि सरकार जासूसी का काम कर रही थी।
कोई काम छुपकर नहीं करता
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने फोन टैप वाली खबर की प्रति ट्विटर पर शेयर करते हुए उन्होंने खुद को बाला साहेब का चेला बताया। उन्होंने लिखा कि, 'आपके फोन टैप हो रहे हैं... ये जानकारी मुझे भाजपा एक वरिष्ठ मंत्री ने भी दे रखी थी। मैंने कहां था...भाई साहेब...मेरी बात अगर कोई सुनना चाहता है। तो स्वागत है...मै बालासाहेब ठाकरेजी का चेला हूं। कोई बात या काम छुप छुपकर नही करता...सुनो मेरी बात...'
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साइबर सेल को दिए गए जांच के आदेश
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अगर फोन टैप वाली बात सच है तो सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य पुलिस विभाग की साइबर सेल मामले की जांच करने के आदेश सौंपे गए हैं। उन्होंने कहा कि साइबर सेल को पिछली सरकार के दौरान आए फोन टैप की शिकायतों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।