By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 19, 2021
श्रावस्ती (उप्र)। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद के आगामी चुनाव में मतदान होने की स्थिति में सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक भागने (क्रास वोटिंग) को तैयार हैं। अखिलेश ने श्रावस्ती में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, “मुझे यह पता नहीं है कि अभी कितने उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है, लेकिन अगर चुनाव में मतदान होगा तो भारतीय जनता पार्टी को अपने विधायकों का सम्मान करना पड़ेगा। उनके विधायक भागने के लिए तैयार हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि बहुतोंका टिकट 2022 में कट जाएगा।”
उल्लेखनीय है कि विधान परिषद की 12 सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है। इस चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के 10 और समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी नामांकन भरा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी नफरत फैलाने वालों को हराने के लिए चुनाव ना लड़कर वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मदद करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में नफरत फैलाकर चुनाव जीतना चाहती है। ऐसी पार्टी को हराने के लिए सबको साथ आना चाहिए। किसानों के मसले पर सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भाजपा से पूछिए कि धान का एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) कहां दिलवाया, एक जगह भी बता दीजिए।
भाजपा मिस्ड कॉल पर सदस्यता देती है लेकिन वह मोबाइल नंबर कहां है जिस पर मिस कॉल करने से किसानों को एमएसपी मिल जाए। अखिलेश ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन छोटे दलों के लिए गुंजाइश रखेगी। अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के साथ समझौते के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “मैं अपनी पुरानी बात पर कायम हूं। उनके (शिवपाल) लिए भी रास्ता खुला है और अगर उनके अलावा कोई जीतने लायक उम्मीदवार होगा तो उसे भी मौका देंगे।’’ सपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सरकार बनने पर शिवपाल यादव को मंत्री बनाएंगे। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार गरीबों को कोरोना का टीका मुफ्त नहीं लगवाना चाहती। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा की सरकार से पूछना चाहता हूं कि गरीबों को मुफ्त टीका कब लगेगा।