By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 17, 2021
सिंह ने मलेरकोटला को पंजाब का जिला घोषित करने पर आदित्यनाथ द्वारा किये गये ट्वीट को लेकर उनकी आलोचना की और इसे ‘सांप्रदायिक घृणा’ भड़काने का प्रयास बताया। आदित्यनाथ ने ट्वीट किया था, ‘‘ मत और मजहब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है। इस समय, मलेरकोटला (पंजाब) का गठन किया जाना कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है।’’ भाजपा महासचिव तरूण चुग ने कहा था कि मलेरकोटला को नया जिला घोषित करने का पंजाब सरकार का निर्णय ‘‘प्रशासनिक रूप से अविवेकपूर्ण लेकिन राजनीतिक रूप से सांप्रदायिक फैसला है।’’
अमरिंदर सिंह ने आदित्यनाथ का बचाव करने के लिए ‘आंख बंदकर कूद पड़ने को लेकर ’ भाजपा नेताओं पर पलटवार किया। उन्होंने भाजपा पर देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नष्ट करने की व्यवस्थित कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस संबंध में सीएए कानून का हवाला दिया एवं किसान आंदोलन को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंजाब का इतिहास सभी संप्रदायों के बीच एकता का इतिहास रहा है और इसका उदाहरण महाराजा रणजीत सिंह थे, जिनके मंत्री मुस्लिम और हिंदू थे।