By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 02, 2022
कुछ लोग राज्य में भोंगा का मुद्दा उठाकर महाराष्ट्र में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह का तमाशा करने वालों को अपना यह खेल बंद करना चाहिए। यह न केवल राज्य को बदनाम करता है बल्कि निवेश को प्रभावित करने के साथ-साथ रोजगार सृजन में बाधा उत्पन्न करता है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि राज्य सरकार को उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जो संविधान में सभी को दी गई धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस मुद्दे पर आगे बोलते हुए नाना पटोले ने कहा कि संविधान ने सभी धर्मों को अपने त्योहार मनाने की आजादी दी है। ऐसे में जो लोग दूसरे धर्मों का विरोध कर रमजान जैसे पवित्र त्योहारों में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ राज्य सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र कानून का राज्य है और हमारी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर काम कर रही है। लेकिन अगर कोई इसका पालन न करते हुए इसका राज्य में अशांति पैदा कर रहा है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य में धार्मिक अस्थिरता पैदा करने की वजह से राज्य के विकास में बाधा आ रही है। पटोले ने कहा कि मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को युवाओं को भड़काने की बजाय उन्हें रोजगार देने के बारे में बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए राज ठाकरे का इस्तेमाल कर रही है। राज ठाकरे को केंद्र सरकार से जवाब मांगना चाहिए था लेकिन दुर्भाग्य से उनके भाषण में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों और श्रमिकों के आम आदमी के मुद्दों पर एक भी शब्द नहीं था। भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए राज ठाकरे का भोपूं की तरह इस्तेमाल कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटोले ने कहा कि ढाई साल पहले राज्य में हुए तख्तापलट के बाद से प्रदेश में भाजपा के नेता चैन से सो नहीं पा रहे हैं। बूस्टर सभा के नाम से आयोजित रैली में देवेंद्र फडणवीस का भाषण सत्ता के लिए उनकी लालसा का एक प्रदर्शन मात्र था। वे अब डींग मार रहे हैं कि हमने अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिरा दिया। अब जबकि उनका दावा है कि अयोध्या में मस्जिद को भाजपा द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है। नाना पटोले ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मूल रूप से एक ऐसी पार्टी है जो सिर्फ तोड़फोड़ करने की राजनीति करती है। उनसे कुछ भी अच्छा नहीं निकल सकता है जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस सभी धर्म और वर्ग के लोगों को आपस में जोड़ कर देश का विकास करने में विश्वास रखती हैl