By अनुराग गुप्ता | Jun 30, 2022
रायपुर। महाराष्ट्र का सियासी उठापटक उद्धव ठाकरे के इस्तीफा के साथ ही समाप्त हो गया। इसी बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे की याचिका को खारिज करते हुए फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। ऐसे में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद के साथ-साथ विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया।
सरकार गिरानी में लगी थी भाजपा
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा विपक्ष को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। साम-दाम, दंड-भेद के माध्यम से सरकार गिराने में वो (भाजपा) लगे थे और उसमें उनको सफलता मिली। मुझे लगता है कि ये प्रजातंत्र के लिए उचित नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने उदयपुर की घटना पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। धार्मिक उन्माद में जो भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद एकनाथ शिंदे ने कुछ विधायकों के साथ महाराष्ट्र की चौखट छोड़ कर गुजरात में अपना डेरा जमाया था और फिर वहां से असम की राजधानी गुवाहाटी चले गए थे। इस दौरान बागी विधायकों की संख्या में लगातार इजाफा होता गया। एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके पास 50 विधायकों का समर्थन है। जिसमें से अकेले शिवसेना के 40 बागी विधायक शामिल हैं।
ऐसे में एकनाथ शिंदे मुंबई वापस लौट रहे हैं, जहां पर वो विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करेंगे और फिर राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की और एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।