Maharashtra Assembly Elections : औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट पर बीजेपी को Atul Save से हैट्रिक की उम्मीद, कांग्रेस भी लगायेगी पूरा जोर

By Anoop Prajapati | Oct 28, 2024

केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है। आयोग ने पूरे राज्य में एक ही चरण में चुनाव कराने के आदेश दिए हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। ऐसे में हम हर एक विधानसभा सीट का बारी – बारी से विश्लेषण कर रहे हैं। इस बीच आज हम औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट के भूत और वर्तमान को देखकर भविष्य जानने का प्रयास करेंगे। जिस पर बीजेपी ने अपने मौजूदा विधायक अतुल सावे पर एकबार भरोसा जताया है।


औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट महाराष्ट्र विधानसभा के छह निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है जो राज्य के औरंगाबाद जिले में स्थित है। यह औरंगाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है, साथ ही पांच अन्य विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जैसे वैजापुर, गंगापुर, औरंगाबाद सेंट्रल, कन्नड़ और औरंगाबाद पश्चिम (एससी) शामिल हैं। इस विधानसभा सीट पर पहली बार साल 1980 में चुनाव हुआ था। उस समय के चुनाव में यहां की जनता ने जनता पार्टी के उम्मीदवार गवांडे रामभाऊ एकनाथ को चुनकर यहां का विधायक बनाया था।


समझिए औरंगाबाद पूर्व का जातीय समीकरण


यह विधानसभा क्षेत्र महाराष्ट्र राज्य के 288 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। जोकि एक जेनरल कैटेगरी की विधानसभा सीट है। यह औरंगाबाद जिले में स्थित है और औरंगाबाद संसदीय सीट के 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। औरंगाबाद पूर्व विधानसभा में अनुसूचित जाति के मतदाता लगभग 50,698 हैं। वहीं अनुसूचित जनजाति के मतदाता लगभग 3,267 हैं। औरंगाबाद पूर्व विधानसभा में मुस्लिम मतदाता लगभग 115,573 हैं, जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार करीब 37.5 प्रतिशत है। 2019 विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद पूर्व विधानसभा के लिए मतदाता मतदान प्रतिशत 63.38 % रहा।


जानिए 2024 चुनाव के संभावित समीकरण


औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट के विश्लेषण में एक बात तो साफ नजर आ रही है कि यहां की जनता ने सबसे ज्यादा बार भारतीय जनता पार्टी को अपना जनादेश देने का काम किया है। इस सीट पर पहली बार 1978 में चुनाव हुआ था। उस समय इस सीट से जनता पार्टी को जीत हासिल हुई थी। 1980 में इस सीट से कांग्रेस को जीत मिली थी। 1985 से लेकर 1999 तक इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा। 2004 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस पार्टी को जीत हासिल हुई थी और 2009 में भी यहां की जनता ने कांग्रेस को ही चुना। 


2014 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर एक बार फिर से बीजेपी की वापसी हुई तब से लेकर मौजूदा समय तक इस सीट से बीजेपी को जीत मिलती रही। मौजूदा समय में अतुल मोरेश्वर सावे यहां के विधायक हैं। 2024 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने अतुल मोरेश्वर सावे को ही इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट के इतिहास से एक बात तो समझ आ रहा कि इस बार भी इस सीट पर भाजपा की रिपीटेशन की चांसेस दिखाई दे रही है। हालांकि यह तो सिर्फ एक अनुमान है बाकी तो चुनाव आयोग के नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।

प्रमुख खबरें

मोदी के काम से बेहद खुश हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चौथी बार भी PM बनाने का कर दिया ऐलान

Lawrence Bishnoi का इंटरव्यू वायरल, HC ने पंजाब सरकार को लगाई फटकार

India-Nepal: 100 दिन पूरे कर रही ओली सरकार, चीन की यात्रा करने वाले हैं नेपाली पीएम

गणेश पूजा पर PM मोदी CJI के घर क्यों? जस्टिस चंद्रचूड़ ने अब खुद कर दिया खुलासा