By अंकित सिंह | Dec 29, 2023
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने भविष्यवाणी की कि नीतीश कुमार अब बिहार के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे, उन्होंने दावा किया कि उनके (कुमार) सामने केवल दो विकल्प बचे हैं। गिरिराज सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब जदयू में बड़ा बदलाव हुआ है। ललन सिंह ने जदयू अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। नीतीश कुमार पार्टी के अध्यक्ष बन गए हैं। इसी को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि इसमें क्या बड़ी बात है? नीतीश कुमार पहले भी पार्टी अध्यक्षों को बर्खास्त कर चुके हैं...बीजेपी के दरवाजे नीतीश कुमार के लिए बंद हैं. इतना तो तय है कि वह कुछ दिनों के लिए बिहार के सीएम हैं।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि अब उनके पास एक ही विकल्प है- लालू यादव के सामने आत्मसमर्पण कर दें और तेजस्वी यादव को नया सीएम बनने दें, अन्यथा लालू यादव पार्टियों में फूट डालकर अपनी सरकार बनाने में माहिर हैं। भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार प्राइवेट लिमिटेड पार्टी है... ऐसी कोई बात(नीतीश कुमार के NDA में आने की) नहीं है, इस पर कोई चर्चा नहीं चल रही है। विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "एक स्वाभिमानी व्यक्ति कभी इस प्रकार की विदाई स्वीकार नहीं करता है। जब पार्टी और नेतृत्व का विश्वास नहीं रहे तो उस पद पर रहने का कोई औचित्य नहीं रहता है। इन्हें(ललन सिंह) पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था।"
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जेडीयू ने कार्यकारिणी की बैठक की और फैसला लिया कि नीतीश कुमार फिर से पार्टी के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। हालाँकि, मेरा मानना है कि इससे बिहार में राजनीतिक परिदृश्य नहीं बदलने वाला है, और इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्हें जद(यू) प्रमुख पद से बहुत पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के करीबी हो गए थे और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और कुमार दोनों को धोखा दे रहे थे।