भाजपा ने शुरू की 2022 की तैयारी, मंत्री और विधायकों से फीडबैक ले रही पार्टी

By अंकित सिंह | Jun 01, 2021

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। भाजपा ने राज्य में अपनी सक्रियता को बढ़ा दी है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष लगातार दो दिनों से लखनऊ में प्रवास पर हैं। बीएल संतोष पार्टी पदाधिकारियों के साथ-साथ राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों से एक-एक कर मुलाकात कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके आवास पर भाजपा कोर कमेटी की बैठक ली थी। इतना ही नहीं, बीएल संतोष ने दोनों उप मुख्यमंत्रियों के अलावा आरएसएस के प्रांत और क्षेत्र प्रचारक से भी फीडबैक लेंगे। बीएल संतोष मंत्री. संगठन और संघ तीनों से योगी सरकार के कामकाज पर फीडबैक ले रहे हैं। यह पहला मौका है जब योगी सरकार के कामकाज पर केंद्रीय टीम की ओर से फीडबैक लिया जा रहा है।

 

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कोविड-19 के कारण सरकार की धूमिल हुई छवि और पंचायत चुनाव में हुए नुकसान के बाद भाजपा ने राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर अपनी सक्रियता लगातार बढ़ा दी है। सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। बीएल संतोष राज्य में सरकार और पार्टी को लेकर जमीनी हालात जानने की कोशिश कर रहे हैं। सबसे खास बात यह है कि बीएल संतोष ने यह मुलाकाते अकेले में भी की है। यह पहला मौका है जब बीएल संतोष सामूहिक मुलाकात के अलावा संगठन और सरकार के मंत्रियों के साथ भी बैठ कर बात भी कर रहे हैं।

 

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सोमवार रात मुख्यमंत्री आवास पर योगी आदित्यनाथ सहित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ दिनेश शर्मा व सुनील बंसल की उपस्थिति में बीएल संतोष ने एक लंबी बैठक ली। इस बैठक में पंचायत चुनाव के नतीजों के साथ-साथ आने वाले दिनों में राजनीतिक गतिविधियों को किस तरह से तेज की जाए इस पर चर्चा हुई। लेकिन सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। दावा किया जा रहा है तो उत्तर प्रदेश में सरकार की तरफ से कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और संगठन के असहयोग के कारण कार्यकर्ताओं की नाराजगी बढ़ी है जिसका खामियाजा पार्टी को चुनाव में उठाना पड़ सकता है। यही कारण है कि पार्टी ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने के लिए अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। फिलहाल माना यह जा रहा है कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करना पार्टी के लिए एक बेहद चुनौतीपूर्ण काम है।

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