महाराष्ट्र: सियासी संकट के बीच सक्रिय हुई भाजपा, शिंदे का दावा- शिवसेना को बचाने के लिए कर रहा संघर्ष

By अंकित सिंह | Jun 25, 2022

महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल आज भी चरम पर है। महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में क्या कुछ होने वाला है, इसको लेकर उम्मीदों और कयासों का दौर भी जारी है। सवाल आज भी बना रहा कि क्या उद्धव ठाकरे अपनी सरकार बचाने में सफल हो जाएंगे, या एकनाथ शिंदे उनके लिए कोई नया मुश्किल खड़ी करने में सफल होंगे? आज दिनभर की कहानी में यह बात और भी खास रही कि शरद पवार और एनसीपी की सक्रियता थोड़ी कम दिखी। जबकि शिवसेना आज खबरों में पूरी तरीके से रही। बागी गुटों के द्वारा शिवसेना बाला साहब के नाम पर एक नई राजनीतिक दल बनाने की बात कही गई। तो संजय राउत ने साफ तौर पर कह दिया कि अपने बाप के नाम पर चुनाव जीतकर दिखाओ। उद्धव ठाकरे ने आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया और साफ तौर पर कहा कि हमें अपनों ने धोखा दिया है। शिवसेना की ओर से बागी विधायकों को साधने की कोशिश आज भी पूरी तरीके से जारी रही। इन सब के बीच विधानसभा उपाध्यक्ष ने 16 बागी विधायकों को नोटिस भी जारी कर दिया। 

 

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शाम में खबर तो यह भी आई कि खुद उद्धव ठाकरे ने बगावत कर रहे कुछ विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की है और उन्हें मैसेज किया है। वही, बागी विधायकों ने आज भी दोहराया कि वे शिवसेना से अलग नहीं हुए हैं बल्कि पार्टी बचाने के लिए यह कवायद कर रहे हैं। दूसरी ओर आज भाजपा की ओर से कुछ सक्रियता जरूर दिखाई दी। हालांकि, आज भी भाजपा पूरे घटनाक्रम को लेकर खुलकर सामने कुछ बोलती दिखाई नहीं दी। लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह सवेरे रामदास अठावाले जैसे गठबंधन के सहयोगियों से मुलाकात की और एक बड़ी बैठक की। दूसरी ओर शाम में सूत्रों ने यह भी दावा कर दिया कि शुक्रवार रात एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच वडोदरा में मुलाकात हुई थी। दिलचस्प बात यह भी है कि इस रात वडोदरा में अमित शाह के भी मौजूदगी थी। हालांकि, इसको लेकर आधिकारिक पुष्टि तो नहीं हो पाई है। लेकिन कहीं ना कहीं सूत्र लगातार यह बात का दावा कर रहे हैं कि अब महाराष्ट्र में भाजपा सरकार बनाने को लेकर सक्रिय हो गई है। 


MVA के चंगुल से शिवसेना को आजाद कराने के लिए कर रहा संघर्ष

गुवाहाटी में बागी विधायकों के साथ डटे एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर शिवसैनिकों से बड़ी अपील की है। शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि प्रिय शिवसैनिकों, आप अच्छी तरह से समझें, MVA के खेल को पहचानिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को एमवीए के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि यह लड़ाई आप सभी शिवसैनिकों के लाभ के लिए है। 

 

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हम जीतेंगे: आदित्य ठाकरे

शिवसेना नेता एवं महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से पार्टी में पैदा हुआ मौजूदा राजनीतिक संकट ‘‘सच्चाई और झूठ’’ के बीच की लड़ाई है। शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने के बाद ठाकरे ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम जीतेंगे और सच्चाई की जीत होगी। यह सच और झूठ के बीच की लड़ाई है।’’ शिवसेना अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने दक्षिण मुंबई के शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनाव इस साल के अंत में होने की उम्मीद है। मुंबई को अपना गढ़ मानने वाली शिवसेना के लिए मुंबई निकाय चुनाव महत्वपूर्ण हैं।


एकनाथ शिंदे के आवास के पास जमा हुए समर्थक

शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के सैकड़ों समर्थक शनिवार को ठाणे जिले में उनके आवास के पास भगवा झंडे और पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे तथा क्षेत्रीय नेता आनंद दिघे की बड़ी तस्वीरों के साथ एकत्र हो गए। शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत का बिगूल फूंकने के बाद 21 जून से बड़ी संख्या में विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य असम के गुवाहाटी शहर में डेरा डाले हुए हैं। उपस्थित लोगों को संबोधित करने वालों में शिंदे के पुत्र और कल्याण से शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे भी थे। श्रीकांत के उल्हासनगर कार्यालय पर दिन में 8-10 लोगों ने पथराव करते हुए ठाकरे के समर्थन में नारेबाजी की थी। कल्याण के सांसद ने कहा कि महा विकास आघाड़ी के गठन के बाद से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कारण शिवसेना को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने दावा किया कि ठाकरे नीत सरकार में वित्त विभाग संभाल रही राकांपा ने शिवसेना के विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों को धन आवंटित नहीं किया और शिवसेना में चीजों को दुरूस्त करने के सारे प्रयास व्यर्थ रहें।

 

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महाराष्ट्र के बागी मंत्री ‘24 घंटे में’ अपना पद गंवा देंगे: संजय राउत

शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे के खेमे में गये महाराष्ट्र के बागी मंत्री “24 घंटे में” अपना पद गंवा देंगे। इससे पहले दिन में, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शिवसेना अध्यक्ष एवं राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य के वरिष्ठ मंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया। शाम को एक मराठी समाचार चैनल सेराउत ने कहा, “उन्हें हटाने की प्रक्रिया जारी है।” उन्होंने कहा, “गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे, संदीपन भुमरे जैसे मंत्रियों को शिवसेना का वफादार कार्यकर्ता माना जाता था, जिन्हें उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री बनाया था... पार्टी ने उन्हें काफी कुछ दिया है। उन्होंने गलत रास्ता अपनाया है और वे 24 घंटे में अपना पद गंवा देंगे।” विद्रोही खेमे के अन्य मंत्री शंभूराज देसाई, अब्दुल सत्तार और बच्चू कडू हैं। कडू, प्रहार जनशक्ति पार्टी के प्रमुख हैं जो शिवसेना के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है। 


महाराष्ट्र में संवैधानिक गतिरोध पर कानूनी लड़ाई जारी: कांग्रेस

शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बीच महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में शामिल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि संवैधानिक गतिरोध पर कानूनी लड़ाई जारी है। कांग्रेस ने कहा कि त्रिदलीय व्यवस्था मजबूत बनी हुई है। शिवसेना के कार्यकर्ता राज्य के विभिन्न हिस्सों में अपने बागी नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य के मंत्री एवं कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ता केवल बागी नेताओं के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए मुंबई में कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद चव्हाण ने पत्रकारों से कहा कि विद्रोही गुट को अपने लिए एक नया नाम हासिल करने के लिए कानूनी मंजूरी लेनी होगी। कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं राज्य के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि एमवीए कानूनी रूप से मजबूत स्थिति में है।


मने शिवसेना नहीं छोड़ी है, एकनाथ शिंदे हमारे नेता बने हुए हैं: बागी विधायक

शिवसेना के असंतुष्ट विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि विधायक दल में बागी गुट के पास दो तिहाई बहुमत है और उन्होंने महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे को अपना नेता नियुक्त किया है। शिंदे और अन्य बागी विधायक असम के गुवाहाटी शहर में डेरा डाले हुए हैं जिनकी बगावत से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। गुवाहाटी से एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में केसरकर ने कहा कि उन्होंने शिवसेना नहीं छोड़ी है, लेकिन अपने समूह का नाम शिवसेना (बालासाहेब) रखा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ 16 या 17 लोग 55 विधायकों के समूह के नेता को नहीं बदल सकते हैं और शिवसेना का बागी गुट शिंदे को शिवसेना समूह के नेता के रूप में बदलने के महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल के आदेश को अदालत में चुनौती देगा। 

 

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महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में, बागी विधायकों को धमकी न दें शिवसैनिक: आठवले

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन सरकार अब विधानसभा में अल्पमत में है क्योंकि शिवसेना के दो तिहाई विधायक बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ चले गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करने के बाद आठवले ने कहा कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के पास दो तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन है जिसके बाद एमवीए सरकार अल्पमत में आ गई है। फडणवीस ने मुझे बताया कि इस घटनाक्रम में भारतीय जनता पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने न तो इस विद्रोह की शुरुआत की है और न ही समर्थन दिया है। भाजपा इंतजार करने की मुद्रा में है। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं को बागी विधायकों को धमकी नहीं देनी चाहिए। आठवले ने कहा कि अगर शिवसेना के कार्यकर्ता दादागीरी करेंगे तो हम भी उसी तरीके से प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं।


शिवसेना को अपने ही लोगों ने धोखा दिया है

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मकसद शिवसेना को समाप्त करना है क्योंकि वह हिंदू वोट बैंक को साझा नहीं करना चाहती। ठाकरे ने भाजपा और शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को चुनौती दी कि वे शिवसेना के कार्यकर्ताओं और पार्टी को वोट देने वाले लोगों को अपने पाले में करके दिखाएं। पार्टी के पार्षदों को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि पार्टी के आम कार्यकर्ता उनकी ‘‘पूंजी’’ हैं और जब तक वे उनके साथ खड़े हैं, तब तक वे किसी अन्य द्वारा की जाने वाली आलोचना की परवाह नहीं करते। ठाकरे ने कहा, ‘‘शिवसेना को अपने ही लोगों ने धोखा दिया है।’’

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