By अंकित सिंह | Jun 29, 2021
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भले ही खत्म हो गया है लेकिन अभी भी राजनीतिक हलचल वहां जारी है। सबसे ज्यादा उथल-पुथल भाजपा में है। भाजपा कार्यकर्ताओं में अनुशासन को बनाए रखने को लेकर सख्त हो गई है। पार्टी की ओर से यह तक कह दिया गया है कि अगर कोई भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी सोशल मीडिया पर किसी ऐसे शख्स के साथ दोस्त है जो पार्टी विरोधी है या फिर पार्टी के विरोध में पोस्ट लाइक करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। पार्टी की ओर से इसी महीने अनुशासन कमेटी का गठन किया गया था। 3 सदस्य इस कमेटी का नेतृत्व पार्टी के सांसद सुभाष सरकार कर रहे हैं।
यह निर्देश जारी करने के साथ ही इस कमेटी ने कहा कि इसे लागू करने के लिए पूरी तरह से सख्ती बढ़ा दी जाएगी। एक अखबार से बातचीत में इस बात को कंफर्म में कर दिया गया कि इस तरह के निर्देश जारी किए गए। भाजपा ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि उसे लगता है कि कुछ लोग वैचारिक तौर पर पार्टी से नहीं जुड़े हैं और ऐसे ही लोगों को हमारे विरोधी भड़काते हैं। सोशल मीडिया पर वह पार्टी विरोध में लिखते हैं। ऐसे लोगों के साथ अगर पार्टी का कोई कार्यकर्ता जाने अनजाने में हो तो अभी फिलहाल वह इस से दूर हो जाए। पार्टी राज्य में अपनी छवि को लेकर काफी सतर्क है। पार्टी को लेकर अफवाह फैलाने वाले लोगों पर भी वह लगातार नजर बनाए हुए हैं।
आपको बता दें कि हाल में ही हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 200 प्लस के लक्ष्य के साथ उतरी थी। हालांकि, उसे सिर्फ 77 सीटें ही हासिल हो सकी। इसके बाद भी भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच लगातार वार-पलटवार जारी है। भाजपा के उपाध्यक्ष रहे मुकुल रॉय पार्टी का दामन छोड़ अपने पुराने पार्टी तृणमूल कांग्रेस में लौट गए ।हैं ऐसे कई नेता है जो अब तृणमूल कांग्रेस में वापस जा रहे हैं।