By रितिका कमठान | Jan 28, 2024
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद के साथ महा गठबंधन की सरकार को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। रविवार को बिहार में आए इस राजनीतिक उठा पटक के बीच नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेंद्र आरलेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद उन्होंने एनडीए के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है। नीतीश कुमार शाम को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा ले सकते हैं। इसी के साथ नीतीश कुमार ने यू टर्न लेते हुए एक बार फिर से एनडीए का साथ थाम लिया है।
जेपी नड्डा होंगे शपथ ग्रहण में शामिल
इसी बीच कहा जा रहा है की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शाम को पटना पहुंच सकते हैं। माना जा रहा है कि जेपी नड्डा नीतीश कुमार की शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा ले सकते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में हुए इस राजनीतिक उठा पटक पर काफी अधिक चर्चा हो रही है।
इन नेताओं को मिला मौका
बिहार में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सम्राट चौधरी को रविवार को राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुना गया। इसके साथ ही भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष चौधरी और सिन्हा को राज्य में बनने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की नयी सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना है। बिहार में भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने जनता दल (यूनाइटेड) अध्यक्ष नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, ‘‘आज हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा विधायकों ने जद(यू) के समर्थन से राज्य में राजग सरकार बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता चुना गया।’’
नीतीश ने सौंपा इस्तीफा
नीतीश कुमार ने रविवार की सुबह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने बिहार के राज्यपाल को त्यागपत्र सौंपा। बिहार में बीते तीन दिनों से सियासी ड्रामा लगातार जारी था। इस ड्रामे पर रविवार 28 जनवरी को उसे समय ब्रेक लग गया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर उपराज्यपाल राजेंद्र अरलेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। नीतीश कुमार के इस फैसले के बाद महागठबंधन की सरकार बिहार में गिर गई है। वहीं मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल ने कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नयी सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।