Japan की राजनीति में हो गया बड़ा उलटफेर, शिगेरु इशिबा का दांव पड़ा उल्टा, 15 सालों में पहली बार ऐसा क्या हो गया

By अभिनय आकाश | Oct 28, 2024

महज चार साल में जापान में तीन प्रधानमंत्री का दौर देखने को मिल रहा है। शिंजो आबे के बाद कमान संभालने वाले फुमयो किशिदा की जगह कमान संभालने वाले शिगेरु इशिबा की सत्तारूढ़ गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। जापानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) भी बढ़त बनाने में कामयाब नहीं हो पाई। वहीं एलडीपी की सहयोगी दल कोमिटो को करारी हार का सामना करना पड़ा और निचले सदम में बहुमत हासिलस करने में सफल नहीं हो पाई। 

इसे भी पढ़ें: China की बढ़ने वाली है टेंशन, अपने पहले विदेश दौरे पर जापान पहुंचे आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी, टोक्यो की यात्रा क्यों है अहम

एनएचके की रिपोर्ट में कहा कि इशिबा की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी और उसके गठबंधन सहयोगी कोमिटो को 456 सीटों वाले निचले सदन में बहुमत (233 सीटें) मिली है। जापान की द्विसदनीय संसद में निचला सदन बहुत ताकतवर है। बहुमत खोने का मतलब सरकार में बदलाव नहीं है, लेकिन नतीजों के कारण इशिबा के लिए अपनी पार्टी की नीतियों को संसद में पारित कराना मुश्किल हो जाएगा और उन्हें तीसरा गठबंधन सहयोगी तलाशना पड़ सकता है। गौरतलब है कि एक अक्टूबर को पदभार ग्रहण करने वाले इशिबा ने अपने पूर्ववर्ती फुमियो किशिदा द्वारा लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के कदमों के कारण जनता में उपजे आक्रोश को शांत करने में विफल रहने के बाद समर्थन जुटाने की उम्मीद में तुरंत चुनाव का आदेश दिया था।

इसे भी पढ़ें: जापान की सत्तारूढ़ पार्टी के मुख्यालय पर बम हमला, संदिग्ध गिरफ्तार: मीडिया रिपोर्ट

15 साल में सबसे खराब परिणाम

जापान में रविवार को हुए चुनावों ने एलडीपी को एक बड़ा झटका दिया है, जो देश की सबसे शक्तिशाली और प्रमुख पार्टी रही है। एलडीपी मुख्यालय के पहले के फुटेज में उदास चेहरे दिखाई दे रहे थे क्योंकि अनुमानों से पता चला था कि इशिबा के न्याय और कृषि मंत्रियों की सीटें हारने की संभावना थी। आखिरी बार एलडीपी 2009 में चुनाव हार गई थी जब उसे तीन साल के लिए जापान की केंद्र-वाम डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था। हालाँकि, डीपीजे की नीतिगत विफलताओं और 2011 फुकुशिमा परमाणु आपदा के प्रति इसकी खराब प्रतिक्रिया ने शिंजो आबे के तहत एलडीपी को 2012 के अंत में सत्ता में लौटने की अनुमति दी।


प्रमुख खबरें

खेल रत्न, अर्जुन और द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेताओं की पूरी लिस्ट, जानें किसे मिला कौन सा पुरस्कार

Election year in Canada: विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी को मिल रहा 50% सपोर्ट, ट्रूडो को लग सकता है झटका

गाजा पर इजरायल का सबसे घातक हवाई हमला, बच्चों समेत 18 की मौत, 24 घंटे में 30 से ज्यादा की मौत

नए साल पर PM Modi का संकल्प जुमलों से कम नहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र पर वार