By अंकित सिंह | Jan 29, 2024
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बिहार पहुंच चुका है। बिहार के किशनगंज में राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की राजनीति पर यात्रा का बहुत बड़ा असर पड़ा। एक विचारधारा जो भाजपा देश के सामने रोज रखती है, नफरत, हिंसा। उसके खिलाफ एक नई विचारधारा खड़ी हुई, मोहब्बत। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जितनी भी कोशिश कर लो नफरत को नफरत नहीं काट सकती, नफरत को सिर्फ प्यार काट सकता है। उन्होंने कहा कि जब हमने 'भारत जोड़ो यात्रा' पूरी की, तब कई लोगों ने हमसे कहा कि एक यात्रा नॉर्थ ईस्ट से लेकर महाराष्ट्र तक होनी चाहिए। जिसके बाद हमने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाली।
गांधी ने कहा कि इस यात्रा की शुरूआत मणिपुर से हुई, जहां हमने BJP की विचारधारा को अपनी आखों से देखा। उन्होंने कहा कि मणिपुर को 2 भागों में बांट दिया गया है और भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है। वहां अभी भी हिंसा जारी है। लेकिन हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने देश के सामने नफरत और हिंसा की विचारधारा रखी है, उसके खिलाफ हम मोहब्बत की विचारधारा लेकर आए हैं। नफरत को नफरत नहीं काट सकती, नफरत को सिर्फ मोहब्बत से ही खत्म किया जा सकता है। एक तरफ बीजेपी-आरएसएस के लोग नफरत से देश को बांटने की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ हम मोहब्बत की बात करते हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा ऐसे समय में बिहार पहुंची है जब एक दिन पहले ही इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका देते हुए वापस एनडीए में शामिल हो गए हैं। इस पर कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हमें असम के मुख्यमंत्री से खूब प्रचार मिला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के विश्वासघात के बाद किशनगंज और बिहार की जनता राहुल गांधी का स्वागत कर रही है। हमें बिहार के मुख्यमंत्री या असम के मुख्यमंत्री से कोई प्रमाणपत्र नहीं चाहिए... हमने सभी को निमंत्रण दिया है... हमने नीतीश कुमार को भी कहा था लेकिन वे तो गिरगिट निकले।