By अभिनय आकाश | Feb 05, 2022
बीजिंग विंटर ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी को ऐतिहासिक बनाने के लिए जिनपिंग ने पूरी ताकत लगाई। पूरे तामझाम के साथ आयोजन की शुरुआत हुई। इसके लिए चीन ने पानी की तरह पैसा भी बहाया। दुनिया में तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों को ओपनिंग सेरेमनी में शामिल होने का न्यौता भी भेजा। कई देशों ने तो जिनपिंग के न्यौते को ठुकरा दिया। लेकिन कई देश ऐसे भी हैं जिनके टॉप लीडर बीजिंग के विंटर ओलंपिक में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उन्हीं में से एक हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि शुक्रवार को खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान यूक्रेन के एथलीटों के एक दल ने बीजिंग के बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम में प्रवेश किया तो इस दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सो गए।
यूक्रेन की एंट्री पर आंखे की बंद
समारोह में यूक्रेन की एंट्री हुई तब पुतिन ने अपनी आंखें बंद कर लीं और अपनी बाहों को अपनी गोद में मोड़कर बैठ गए। वीआईपी क्षेत्र में हर दूसरे व्यक्ति के चेहरे ढके होने के बावजूद पुतिन बिना मास्क लगाए नजर आए। हालाँकि, रूसी ओलंपिक समिति के आने तक वह जल्द ही जाग चुके थे। पुतिन ने स्टेडियम के चारों ओर मार्च करते हुए रूसी एथलीटों की ओर हाथ हिलाया और इशारा किया। यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले की आशंका के बीच चीन ने रूस का समर्थन किया है और ऐसे समय में पुतिन का यह दौरा काफी अहम हो गया है ।
डोपिंग की वजह से रूसी एथलीट ध्वज उपयोग नहीं कर सकते
रूसी एथलीटों पर डोपिंग के आरोप में 2019 से ओलंपिक में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नतीजतन, रूसी एथलीट रूसी ओलंपिक समिति के रूप में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। जिसका अर्थ है कि एथलीट खेल के दौरान खेले गए अपने ध्वज या राष्ट्रगान का उपयोग नहीं कर सकते हैं।
गौरतलब है कि बीजिंग में विंटर ओलंपिक का आगाज हो चुका है। उद्घाटन समारोह में वैसे तो 21 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। इनमें से 12 नेता ऐसे हैं जो दुनिया में अपनी सत्तावादी सोच के लिए जाने जाते हैं। इन देशों से जिनका ताल्लुक है वहां लोकतंत्र का नामोनिशान तक नहीं है। हालांकि सुपर पावर अमेरिका और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रकि देश भारत समेत कई देश जिनपिंग के न्यौते को ठुकरा चुके हैं।