By अभिनय आकाश | Aug 30, 2023
जिस फ्रांस की खूबसूरती दुनिया भर के टूरिस्ट देखने आते थे। उसी फ्रांस को दंगाईयों ने हाल ही में बदसूरत बना दिया। 2015 में शार्ली आब्दो मैगजीन पर आतंकी हमले के बाद से ही फ्रांस में हमलों की झड़ी लग गई है। फ्रांस में एक के बाद एक कई आतंकी हमले हो चुके हैं। फ्रांस ने कहा है कि इस्लामिक आतंकी हमारे देश को बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन हाल ही में मुस्लिम शरणार्थियों के दंगों ने फ्रांस को हिला कर रख दिया। मुस्लिम शरणार्थियों ने फ्रांस को जलाकर राख दिया।
लेकिन अब लगता है कि फ्रांस ने बदला लेने का मन बना लिया है। जी20 बैठक में भारत आने से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक बड़ा फैसला लिया है। मैक्रों ने ये फैसला फ्रांस की जनता के दवाब में लिया है। फ्रांस ने सरकारी स्कूलों में लड़कियों के अबाया पहनने पर बैन लगाने का फैसला किया है। अबाया एक तरह का फुल बुर्का होता है। फ्रांस ने मुस्लिम छात्राओं से कहा है कि अगर स्कूल आना है तो अपनी धार्मिक पहचान को घर छोड़कर आए।
फ्रांस ने कुछ समय पहले मुस्लिम छात्राओं को बुर्का और हिजाब पहनने से भी रोक दिया था। बताया जा रहा है कि देश में बढ़ती जा रही मुस्लिम शरणार्थियों के प्रति नफरत के बाद ये फैसला लिया गया है। इस कदम का दक्षिणपंथी लेस रिपब्लिकन पार्टी और स्कूल प्रिंसिपलों के एसएनपीडीईएन-यूएनएसए संघ ने स्वागत किया, वामपंथी राजनेताओं और शिक्षाविदों ने इसकी आलोचना की है।