By अनन्या मिश्रा | Oct 07, 2023
महिलाओं के बीच कॉन्ट्रासेप्शन को लेकर बहुत ज्यादा पशोपेश रहता है। कुछ महिलाएं तो इसको सिर्फ कॉन्ट्रासेप्शन का एक नॉर्मल तरीका मानती हैं। वहीं कुछ महिलाएं ज्यादातर इसका इस्तेमाल करती है। ऐसे में आपको यह पता होना चाहिए कि ये कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स आपके शरीर के अंदर जाकर क्या करती है। हांलाकि जो महिलाएं इनका इस्तेमाल करती हैं, उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कई लोग कंडोम की जगह इसे एक अन्य ऑप्शन के तौर पर मानते हैं। जितनी बातें कॉन्ट्रासेप्शन को लेकर बताई जाती हैं उनमें एक चीज़ कॉमन है कि यदि आपने अनप्रोटेक्टेड संबंध बनाए हैं, तो यह पिल्स आपकी प्रेगनेंसी को रोक देंगी। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स सुरक्षित हैं भी या नहीं और इनका किस तरह से इस्तेमाल करना चाहिए।
इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का काम
बता दें कि यह गोलियां प्रेग्नेंसी को रोकने का काम करती हैं। क्स के 72 घंटे के अंदर ही इन पिल्स को लेना होता है। सेक्स के आप इन्हें लेने में जितना ज्यादा समय लगाएंगी। महिलाओं में प्रेगनेंसी का रिस्क उतना बढ़ता जाता है।
शरीर के अंदर क्या करती हैं ये गोलियां
प्रेग्नेंसी के लिए पहले ओव्यूलेशन होता है और फिर ओवरीज एग्स रिलीज करती हैं। इस दौरान एग्स स्पर्म से मिलता है और प्रेग्नेंसी तभी कंफर्म होती है, जब यह दोनों मिलते हैं। ऐसे में कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल करने पर यह ओव्यूलेशन को धीरे कर देती हैं। जिसके कारण स्पर्म एग्स से ना मिल पाए। या फिर ये गोली ओवरीज को एग्स रिलीज करने से पूरी तरह से रोक देती है। कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स को हमेशा अनप्रोटेक्टेड सेक्स के बाद ही लिया जाता है। वहीं कुछ पिल्स ऐसी होती हैं जो 120 घंटे तक प्रोटेक्शन दे पाती हैं। लेकिन अधिकतर कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का टाइम ड्यूरेशन 72 घंटे का होता है।
परमानेंट गर्भनिरोधक के रूप में इस्तेमाल करने पर
अगर महिलाएं इन कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल परमानेंट गर्भनिरोधक गोलियों की तरह करती हैं, तो यह उनकी सेहत पर बुरा असर डाल सकती हैं। ऐसे में सिर्फ इमरजेंसी की स्थिति में ही इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। नॉर्मल गर्भनिरोध के लिए कंडोम का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर माना जाता है।
बार-बार लेने पर होता है ऐसा असर
कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स या फिर आफ्टर मॉर्निंग पिल्स का हमेशा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनके कई साइड इफेक्ट भी होते हैं। इस पिल्स को एक बार लेने पर शरीर में कई सारे हार्मोन्स रिलीज होते हैं। ऐसे में अगर आप बार-बार इनका इस्तेमाल करती हैं, तो आपको वेजाइनल समस्याएं, स्किन इश्यूज और पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं इस दवाओं को लेने से पीरियड्स की ड्यूरेशन भी बदल सकती है। या फिर पीरियड्स काफी देर से आने लगते हैं या जल्दी-जल्दी आने लगते हैं। इसलिए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल करना चाहिए।