शारजाह| इंग्लैंड पर जीत के बावजूद सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रही दक्षिण अफ्रीकी टीम के कप्तान तेम्बा वावुमा ने शनिवार को स्वीकार किया कि टी20 विश्व कप ने उन्हें यह कड़ा सबक सिखाया कि इस तरह के टूर्नामेंट में केवल जीत ही नहीं अच्छी तरह से जीत दर्ज करना अधिक महत्वपूर्ण होता है।
इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका तीनों ग्रुप एक में समान आठ-आठ अंक रहे लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण पहली दो टीमें अंतिम चार में पहुंची। वावुमा ने इंग्लैंड पर 10 रन से जीत के बाद कहा, ‘‘जीत महत्वपूर्ण है लेकिन हमारे लिये अंत अच्छा नहीं रहा।
जीत के लिहाज से हम जो चाहते थे वह हमने हासिल किया लेकिन हम अच्छी तरह से जीत (बड़ी जीत) दर्ज नहीं कर पाये। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट के शुरू में यह बड़ा मसला नहीं था और हमने केवल मैच जीतने पर ध्यान दिया। आखिरी मैच में विशेषकर इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ नेट रन रेट का समीकरण बनना बहुत कड़ा था। लेकिन मुझे अपनी टीम पर गर्व है।’’
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉसी वान डर डुसेन के नाबाद 94 और एडेन मार्कराम के नाबाद 52 रन की मदद से दो विकेट पर 189 रन बनाये। सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिये उसे इंग्लैंड को 131 रन से कम पर रोकना था।
इंग्लैंड ने आठ विकेट पर आठ विकेट पर 179 रन बनाकर आस्ट्रेलिया की जगह भी सेमीफाइनल में पक्की कर दी। इंग्लैंड का इस हार से विजय अभियान थम गया लेकिन उसके कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा कि वह ग्रुप में शीर्ष पर रहने से खुश हैं।
मोर्गन ने कहा, ‘‘यह बल्लेबाजी के लिये अच्छा विकेट था। दक्षिण अफ्रीका ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। बाद में ओस ने भी प्रभाव डाला। जैसन रॉय के चोटिल होने से लय गड़बड़ायी लेकिन हमने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे खुशी है कि हम ग्रुप में शीर्ष पर रहे। मैं जानता हूं कि हमने इसके लिये कितनी कड़ी मेहनत की। फाइनल्स का हम पूरा लुत्फ उठाने की कोशिश करेंगे।’’
डुसेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया लेकिन वह टीम के बाहर हो जाने से खुश नहीं थे। उन्होंने कहा, ‘‘सेमीफाइनल के लिहाज से यह (जीत) मायने नहीं रखता। हम जानते थे कि हमें बड़ा स्कोर बनाना होगा। हम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाये लेकिन फिर भी हमने एक अच्छी टीम को हराया।