By अभिनय आकाश | Apr 16, 2025
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड के 2.2 अरव डॉलर के ग्रांट और 60 मिलियन डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट रोक दिए। यूनिवर्सिटी ने यहूदी विरोधी प्रदर्शनकारी छात्रों को डिपोर्ट करने, यूनिवर्सिटी के विभागों का बाहरी एजेंसी से ऑडिट और विविधता, समानता व समावेशन (डीईआई) प्रोग्राम बंद करने का ट्रम्प का आदेश मानने से इनकार किया था।। इस पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने शिक्षा की आजादी वचाने के लिए सरकार के तानाशाही जैसे आदेशों का विरोध किया। सरकार चाहती थी कि हार्वर्ड अपने डाइवर्सिटी ऑफिस बंद करे, नई भर्ती और एडमिशन नीति वनाए और इंटरनैशनल स्टूडेंट्स की जांच में मदद करे।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने उच्च शिक्षण संस्थानों में सरकार की मनमानी का करारा जवाब दिया है। शिक्षा को कुचलने के प्रयासों के विरोध में सभी आवाज उठाएं। बौद्धिक विमर्श, बहस और आपसी विश्वास छात्रों के विकास के लिए जरूरी है। ट्रंप प्रशासन के फैसले के बाद विश्वविद्यालय ने साफ कहा है कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिकी संविधान से मिले स्वतंत्रता के अधिकार को गिरवी नहीं रखेगी। कोई भी यूनिवर्सिटी अभिव्यक्ति की आजादी का केंद्र होती है। यूनिवर्सिटी होने के नाते हम अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग हैं। भयमुक्त समाज और सभी के लिए खुशहाल जीवन के लक्ष्य के साथ यूनिवर्सिटी ने बरसों तक काम किया है।
ट्रम्प सरकार ने यूनिवर्सिटी को अपनी नीतियों में बदलाव के आदेश दिए हैं। लेकिन, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिकी संविधान से मिले स्वतंत्रता के अधिकार को गिरवी नहीं रखेगी। कोई भी यूनिवर्सिटी अभिव्यक्ति की आजादी का केंद्र होती है। यूनिवर्सिटी होने के नाते हम अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग हैं।