ताइपे। ताइवान ने सुरक्षा चिंताओं के बीच चीनी कंपनी हुवावेई और जेडटीई के नेटवर्क उपकरणों पर अपना पांच वर्ष पुराना प्रतिबंध और मजबूती के साथ लगाया है। सप्ताहांत में अधिकारियों ने सांसदों और जनता को फिर आश्वस्त किया कि इस तरह के उपाय प्रभावी रहे हैं और संचार क्षेत्र को खतरा न्यूनतम हुआ है।
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जहां कई अन्य देशों में भी हुवावेई पर इस तरह के प्रतिबंध लग रहे हैं वहीं ताइवान में यह संकट अधिक गहरा है, क्योंकि चीन ताइवान को अपना ही हिस्सा बताता रहा है और उसे अपने नियंत्रण में लेने के लिए सैन्य कार्रवाई की भी धमकी भी देता रहा है।
गौरतलब है कि हुवावेई की मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझोऊ पर ईरान के साथ कारोबार पर अमेरिकी प्रतिबंध का उल्लंघन करने का आरोप है। उन्हें वैंकूवर में एक दिसंबर को हिरासत में लिया गया था। सोमवार को सांसदों ने हुवावेई पर प्रतिबंध का विस्तार करने की मांग की।