By एकता | Dec 15, 2024
इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में बेंगलुरु पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पुलिस ने शनिवार को तीनों आरोपियों निकिता सिंघानिया, निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया को गुरुग्राम और नोएडा से गिरफ्तार किया और वापस बेंगलुरु लाकर स्थानीय अदालत में पेश किया। अदालत ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। निकिता, उसकी मां और भाई की गिरफ्तारी पर अतुल के परिवार की प्रतिक्रिया सामने आयी है। अतुल के भाई और पिता ने पुलिस का धन्यवाद किया है और जल्द से जल्द न्याय की मांग की है।
अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी ने कहा कि मैं आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने अपने पोते का जिक्र करते हुए कहा, 'हमें नहीं पता कि उसने हमारे पोते को कहां रखा है। क्या उसे मार दिया गया है या वह जीवित है? हम उसके बारे में कुछ नहीं जानते। मैं चाहता हूं कि मेरा पोता हमारे साथ रहे।'
अतुल के पिता ने पीएम मोदी समेत यूपी-बिहार के नेताओं से गुहार लगाते हुए कहा, 'हम पीएम मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं से अपील करते हैं कि वे सुनिश्चित करें कि मेरा पोता मेरे पास आए। एक दादा के लिए उसका पोता उसके बेटे से ज्यादा मायने रखता है। पूरा समाज, लोग मेरे समर्थन में खड़े हैं।'
अतुल सुभाष के भाई विकास कुमार मोदी ने कहा, 'मैं इन तीनों को गिरफ्तार करने के लिए कर्नाटक पुलिस को धन्यवाद देता हूं। दो अन्य गिरफ्तारियां लंबित हैं। मुझे उम्मीद है कि उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।' अतुल के भाई ने भी अपने भतीजे का जिक्र करते हुए कहा, 'अभी हमारी सबसे बड़ी चिंता यह है कि हम नहीं जानते कि मेरा भतीजा (अतुल सुभाष का बेटा) कहां है। हम उसे पुलिस द्वारा प्रसारित की गई तस्वीर में नहीं ढूंढ पाए। हम जानना चाहते हैं कि वह कहां है।'
बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि उन्होंने अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया को 14 दिसंबर को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। निकिता की मां निशा सिंघानिया और उसके भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आगे बताया कि आरोपियों को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर बेंगलुरु लाया गया और स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।